दुर्ग में ‘भुइयां ऐप’ के जरिए 500 करोड़ का जमीन घोटाला, दो पटवारी निलंबित, 18 का हुआ तबादला
दुर्ग में 'भुइयां ऐप' के जरिए 500 करोड़ का जमीन घोटाला, दो पटवारी निलंबित, 18 का हुआ तबादला

रायपुर, 13 अगस्त: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है, जहां सरकारी ‘भुइयां ऐप’ का दुरुपयोग कर लगभग 765 एकड़ सरकारी और निजी भूमि के रिकॉर्ड में हेरफेर किया गया है। इस जमीन का अनुमानित बाजार मूल्य 500 करोड़ रुपये है। इस घोटाले में, दो पटवारियों मनोज नायक और कृष्ण कुमार सिन्हा की आईडी का उपयोग कर जमीन के कागजातों में फर्जीवाड़ा किया गया था। इस मामले के खुलासे के बाद दोनों पटवारियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि 18 अन्य पटवारियों का तबादला कर दिया गया है।
यह घोटाला मुख्य रूप से दुर्ग जिले के मुरमुंदा गांव, अछोटी गांव, चेटुआ और बोरसी गांवों में हुआ है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर कई लोगों ने बैंकों से करोड़ों रुपये के ऋण भी लिए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि इस फर्जीवाड़े का जाल सिर्फ दुर्ग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि रायपुर, कोरबा और अन्य जिलों तक भी फैला हुआ है। अधिकारियों का मानना है कि यह एक संगठित गिरोह का काम है।
जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर ने बताया कि फर्जीवाड़े से प्रभावित जमीन के रिकॉर्ड को ठीक कर दिया गया है और इस गिरोह के बाकी सदस्यों का पता लगाने के लिए जल्द ही FIR दर्ज कराई जाएगी। सरकार इस मामले की गहन जांच कर रही है और भविष्य में इस तरह के घोटालों को रोकने के लिए ‘भुइयां ऐप’ की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।