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कांकेर: 32 लाख के इनामी 7 नक्सलियों ने किया सरेंडर, डीवीसीएम ममता समेत कई बड़े चेहरे शामिल

छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर में नक्सलवाद कमजोर पड़ता जा रहा है। कांकेर में 8-8 लाख के तीन इनामी समेत कुल 32 लाख के इनामी 7 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिसमें डीवीसीएम रैंक की ममता भी शामिल है। जानिए पूरी खबर।

कांकेर। छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर में नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। लगातार जारी पुलिस और सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से नक्सल संगठन बिखर रहा है। शुक्रवार को डीवीसीएम रैंक की उम्रदराज महिला नक्सली ममता उर्फ शांता समेत 7 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में तीन 8-8 लाख के इनामी नक्सली भी शामिल हैं। कुल मिलाकर 32 लाख के इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया

कौन-कौन हैं सरेंडर करने वाले नक्सली?

  • ममता उर्फ शांता (60) – डीवीसीएम रैंक की सीनियर नक्सली, 26 वारदातों में शामिल।
  • आयतु राम पोटाई – मिल्ट्री कंपनी नंबर 5 का सदस्य, बीएसएफ जवानों पर एंबुश हमले में शामिल।
  • दिनेश मट्ठामी – कंपनी नंबर 10 का सदस्य, 2018-19 में 6 जवानों की शहादत वाले हमलों में शामिल।
  • जमुना उर्फ नीरा – 5 लाख की इनामी नक्सली।
  • संजय नरेटी, सगुन राम आंचला, इतवारिन पड़्दा – प्रत्येक पर 1 लाख का इनाम।

इन बड़े नक्सली हमलों में थे शामिल

  • 1996 से 2024 तक ममता उर्फ शांता कई बड़े नक्सली हमलों में शामिल रही
  • 2018 और 2019 में बीएसएफ के जवानों को एंबुश में फंसाने की साजिश का हिस्सा रहे थे दिनेश मट्ठामी और आयतु राम पोटाई।
  • इन वारदातों में कई जवानों की शहादत हुई थी।

क्यों कमजोर हो रहा नक्सली संगठन?

  • सुरक्षाबलों के लगातार ऑपरेशन से नक्सली अब कमजोर पड़ चुके हैं।
  • आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि बड़े लीडर जंगल छोड़कर भाग रहे हैं और सेफ जोन की तलाश में हैं।
  • उम्रदराज नक्सली जो अब लड़ने की स्थिति में नहीं हैं, वे सरेंडर कर रहे हैं।

पुलिस की अपील – मुख्यधारा में लौटें

छत्तीसगढ़ पुलिस ने बाकी बचे नक्सलियों से भी आत्मसमर्पण करने की अपील की है और कहा है कि जो सरेंडर करेगा उसे पुनर्वास नीति के तहत मुख्यधारा में शामिल होने का मौका मिलेगा।

फोर्स का दबदबा बढ़ने से बस्तर में नक्सलवाद का अंत करीब है।

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