राजधानी रायपुर में साइंस कॉलेज चौपाटी को हटाने के लिए शनिवार सुबह (22 नवंबर, 2025) नगर निगम का अमला भारी पुलिस बल और जेसीबी के साथ पहुंचा। इस कार्रवाई का विरोध कर रहे चौपाटी व्यवसायियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद मौके पर झूमाझटकी भी हुई और कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
रात भर चला विरोध प्रदर्शन
साइंस कॉलेज चौपाटी के व्यवसायियों को आज सुबह 5 बजे तक चौपाटी खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया था, जिसके चलते व्यवसायियों में हड़कंप मच गया। इस अल्टीमेटम के विरोध में, बीती रात पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, निगम में नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी समेत कई कांग्रेस नेता व्यवसायियों के समर्थन में धरने पर बैठ गए थे।
आज सुबह जब निगम की टीम जेसीबी और क्रेन लेकर कार्रवाई के लिए पहुंची, तो विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं ने जेसीबी के नीचे लेटकर कार्रवाई को रोकने की कोशिश की। इस दौरान पुलिसकर्मियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस और धक्का-मुक्की हुई।
पूर्व विधायक समेत कई कांग्रेसी गिरफ्तार
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूर्व विधायक विकास उपाध्याय और नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद, निगम की दर्जनभर से अधिक गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर चौपाटी को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। मौके पर सभी ज़ोन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
शिफ्टिंग की योजना पर भी असमंजस
व्यवसायी लगातार इस बात का विरोध कर रहे थे कि उन्हें शिफ्ट करने के लिए कोई स्थायी और वैध जगह नहीं दी गई है।
- ओवरब्रिज के नीचे की जगह: व्यापारियों के लिए ओवरब्रिज के नीचे जिस जमीन का चयन किया गया था, वह अब रेलवे की संपत्ति बताई जा रही है।
- पार्किंग की योजना: रेलवे उस जमीन पर पार्किंग बनाने की योजना बना रहा है, जिसके चलते वहां काम करने वाले मोटर मैकेनिकों को भी जगह खाली करने का नोटिस दिया गया है।
रेलवे द्वारा मालिकाना हक जताने के बाद चौपाटी शिफ्टिंग का मामला ठंडा पड़ गया था, लेकिन नगर निगम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए चौपाटी को हटाने का काम शुरू कर दिया है।