राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंडिया गेट पर वायु प्रदूषण के खिलाफ हो रहे एक प्रदर्शन के दौरान नक्सली कमांडर माडवी हिडमा के समर्थन में ‘लाल सलाम’ और राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने नक्सली कमांडर का समर्थन करने वाले 17 प्रदर्शनकारियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
प्रदूषण विरोध की आड़ में नक्सली समर्थन
यह घटना रविवार देर शाम की है, जब कुछ छात्रों और प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण संकट के खिलाफ इंडिया गेट पर रैली निकाली थी। लेकिन इस विरोध प्रदर्शन की आड़ में नक्सलियों और हाल ही में मारे गए कमांडर हिडमा का समर्थन किया गया।
- नारेबाजी: प्रदर्शनकारियों ने हिडमा के स्केच वाले पोस्टर पकड़े हुए थे, जिन पर “माडवी हिडमा अमर रहे” और “कितने हिडमा मारोगे” जैसे नारे लिखे थे। पोस्टरों पर “माड़वी हिडमा को लाल सलाम” भी लिखा था।
- हिंसा: विरोध के दौरान भीड़ की पुलिसकर्मियों से हाथापाई हुई, और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मिर्च स्प्रे से हमला कर दिया। इस हमले में दिल्ली पुलिस के कई अधिकारी घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पुलिस कार्रवाई और रिमांड
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग थानों में FIR दर्ज की थी, जिसके तहत कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
- कर्तव्यपथ पुलिस स्टेशन: यहां दर्ज FIR में छह पुरुष प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।
- पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना: इस FIR में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनके खिलाफ हिंसा, अवैध विरोध और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों से जुड़ी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।
सोमवार को कोर्ट में पेशी के बाद, 17 आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया, जबकि हिरासत में लिए गए 6 अन्य लोगों को छोड़ने का आदेश दिया गया।
कौन था नक्सली कमांडर हिडमा?
नक्सली कमांडर माडवी हिडमा हाल ही में आंध्र प्रदेश-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर 18 नवंबर को हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। हिडमा पर 1 करोड़ रुपये से अधिक का इनाम घोषित था। उस पर लगभग 350 लोगों, जिनमें अधिकतर सुरक्षाकर्मी शामिल थे, की हत्या का आरोप था। दिल्ली में उसके समर्थन में हुई नारेबाजी ने पूरे देश को हैरान कर दिया है।