व्हाइट हाउस के पास हुई हालिया गोलीबारी की घटना के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने देश की आंतरिक सुरक्षा और आप्रवासन नीतियों को लेकर एक अत्यंत कड़ा कदम उठाया है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने घोषणा की है कि अमेरिका ‘थर्ड वर्ल्ड देशों’ से आने वाले नागरिकों पर स्थायी प्रवासन प्रतिबंध (Permanent Migration Ban) लगाएगा।
सुरक्षा चिंताओं के कारण लिया गया फैसला
राष्ट्रपति ट्रम्प का यह कदम व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड सैनिकों पर हुए हमले की पृष्ठभूमि में आया है।
- कड़ा रुख: राष्ट्रपति ने कहा कि इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका में आने वाले सभी लोगों की गहन जाँच सुनिश्चित की जाएगी।
- अस्थायी नहीं, स्थायी प्रतिबंध: राष्ट्रपति ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि यह प्रतिबंध अस्थायी नहीं होगा, बल्कि अमेरिका में आने वाले कुछ “जोखिम भरे” देशों के नागरिकों पर यह एक स्थायी नीति के तौर पर लागू किया जाएगा।
नीति का विवरण और संभावित प्रभाव
इस प्रतिबंध का सीधा असर उन देशों के नागरिकों पर पड़ेगा, जिन्हें पारंपरिक रूप से “थर्ड वर्ल्ड” या विकासशील राष्ट्रों की श्रेणी में रखा जाता है।
- मुख्य उद्देश्य: इस नीति का मुख्य उद्देश्य उन व्यक्तियों के प्रवेश को रोकना है जिनसे अमेरिकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है, या जो देश की सीमाओं और कानूनी व्यवस्था का उल्लंघन करते हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया: राष्ट्रपति ट्रम्प के इस फैसले पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तीखी प्रतिक्रिया होने की संभावना है। मानवाधिकार संगठन और कई विदेशी सरकारें इसे भेदभावपूर्ण और अमानवीय बताकर आलोचना कर सकती हैं।
- आंतरिक विवाद: अमेरिका के भीतर भी इस फैसले को लेकर राजनीतिक और कानूनी विवाद खड़ा होने की उम्मीद है, क्योंकि डेमोक्रेट्स और आप्रवासन समर्थकों ने पहले भी ट्रम्प प्रशासन के ऐसे कदमों का विरोध किया है।
राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि इस कदम से देश की सुरक्षा और संप्रभुता मजबूत होगी।