छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर में आयोजित 60वें अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक (डीजी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) कॉन्फ्रेंस का आज, 29 नवंबर को दूसरा दिन है। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शामिल हैं, जहाँ देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा की चुनौतियों पर गहन विचार-विमर्श जारी है।
दूसरे दिन के मंथन के मुख्य विषय
कॉन्फ्रेंस में देशभर के लगभग 300 शीर्ष पुलिस अधिकारी, अर्धसैनिक बलों के प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल हिस्सा ले रहे हैं। आज के सत्रों में निम्नलिखित प्रमुख विषयों पर चर्चा केंद्रित रहने की संभावना है:
- नक्सलवाद पर रणनीति: छत्तीसगढ़ में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा की जाएगी और नक्सल प्रभावित राज्यों के पुलिस प्रमुखों से इन चुनौतियों से निपटने के लिए नई और समन्वित रणनीति पर सुझाव लिए जाएंगे।
- साइबर सुरक्षा: डिजिटल अपराधों और साइबर खतरों से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत रूपरेखा तैयार करने पर जोर दिया जाएगा, जिसमें डेटा सुरक्षा और फेक न्यूज पर नियंत्रण शामिल है।
- पुलिसिंग में तकनीक: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और आधुनिक फोरेंसिक विज्ञान का उपयोग कर पुलिस जांच को अधिक प्रभावी बनाने के उपायों पर चर्चा होगी।
- सीमा सुरक्षा: पड़ोसी देशों से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ तथा मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण पर विचार किया जाएगा।
पीएम मोदी और अमित शाह का मार्गदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने पहले दिन भी अधिकारियों को संबोधित किया था और आज भी वे आंतरिक सुरक्षा के विभिन्न आयामों पर अपना मार्गदर्शन और विजन प्रस्तुत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी सुरक्षा और प्रौद्योगिकी के संगम पर विशेष ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
इस कॉन्फ्रेंस का समापन 30 नवंबर को होगा, जिसके बाद सुरक्षा नीतियों में कई बड़े बदलावों की घोषणा होने की उम्मीद है।