दक्षिण-पूर्वी एशिया के दो पड़ोसी देशों, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच पिछले 20 दिनों से जारी तनाव के बाद राहत की खबर आई है। दोनों देशों के बीच टूटा हुआ संघर्षविराम (Ceasefire) आज फिर से बहाल कर दिया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य झड़पों और बढ़ते तनाव को देखते हुए, दोनों देशों के शीर्ष राजनयिकों और सैन्य अधिकारियों ने बातचीत की मेज पर वापसी की और शांति स्थापित करने के लिए एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
20 दिनों का गतिरोध और तनाव
बता दें कि लगभग तीन सप्ताह पहले सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़पें शुरू हुई थीं, जिसके बाद पहले से चला आ रहा युद्धविराम टूट गया था। विवाद का मुख्य केंद्र ऐतिहासिक ‘प्रासाद प्रीह विहियर’ (Preah Vihear Temple) मंदिर के आसपास का क्षेत्र रहा है। इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से भारी गोलाबारी की खबरें आई थीं, जिससे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले हजारों नागरिकों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा था।
समझौते की मुख्य शर्तें
ताजा समझौते के तहत दोनों देश निम्नलिखित बिंदुओं पर सहमत हुए हैं:
- सैनिकों की वापसी: दोनों देशों ने विवादित क्षेत्र (Disputed Zone) से अपने भारी हथियारों और अतिरिक्त सैन्य टुकड़ियों को पीछे हटाने का फैसला किया है।
- संयुक्त गश्ती दल: सीमा पर फिर से संघर्ष न हो, इसके लिए एक संयुक्त निगरानी तंत्र बनाया जाएगा जो स्थिति की समीक्षा करेगा।
- नागरिकों की सुरक्षा: विस्थापित हुए लोगों की घर वापसी के लिए सुरक्षित गलियारा (Safe Corridor) बनाया जाएगा।
- द्विपक्षीय वार्ता: भविष्य में सीमांकन (Demarcation) के मुद्दों को सुलझाने के लिए एक उच्च-स्तरीय तकनीकी समिति गठित की जाएगी।
शांति की नई उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से आसियान (ASEAN) देशों ने इस कदम का स्वागत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और पर्यटन के लिए सीमा पर शांति अनिवार्य है। हालांकि, मंदिर क्षेत्र पर संप्रभुता का मुद्दा अभी भी संवेदनशील बना हुआ है, लेकिन वर्तमान समझौते ने युद्ध के खतरे को फिलहाल टाल दिया है।