छत्तीसगढ़

फर्जी नक्सली बनकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने पहुंचे युवक गिरफ्तार

बालोद जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है जहां तीन युवकों को फर्जी नक्सली बनकर आत्मसमर्पण करने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया

बालोद, छत्तीसगढ़ – बालोद जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है जहां तीन युवकों को फर्जी नक्सली बनकर आत्मसमर्पण करने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया। इन युवकों ने सरकारी योजनाओं के लाभ लेने के उद्देश्य से यह योजना बनाई थी। पकड़े गए युवकों की पहचान मधु मोड़िया, मनकू भोगाम, और ओमप्रकाश नेताम के रूप में हुई है, जो बीजापुर जिले के निवासी हैं।

पुलिस की सतर्कता से योजना नाकाम

जब तीनों युवक मानपुर मोहला एरिया कमेटी के सक्रिय सदस्य होने का दावा करते हुए एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण के लिए पहुंचे, पुलिस को उन पर शक हुआ। शुरुआती जांच में ही पुलिस ने उनकी योजना का पर्दाफाश कर दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उनके खिलाफ सिटी कोतवाली में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

करकनगुड़ा मुठभेड़ को नक्सलियों ने बताया फर्जी

इसी बीच, बस्तर में 23 सितंबर को हुई करकनगुड़ा मुठभेड़ को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। पुलिस ने दावा किया था कि इस मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया गया और नक्सली सामग्री बरामद की गई थी। हालांकि, नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिविजन के सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर इस मुठभेड़ को फर्जी बताया है। उन्होंने मारे गए लोगों को निर्दोष ग्रामीण बताते हुए कहा कि पुलिस ने उन्हें झूठे नक्सली के रूप में पेश किया है।

ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

इस घटना के बाद, चिंतलनार थाना क्षेत्र के कोत्तागुडा में ग्रामीणों ने शव के साथ विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने मछली पकड़ने गए निर्दोष लोगों को मारा और फिर उन्हें नक्सली बताया। विरोध प्रदर्शन के दौरान, ग्रामीणों ने मुठभेड़ को पूरी तरह से फर्जी करार देते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

 

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