छत्तीसगढ़ में ग्राम पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर प्रशासन सख्त, 24 घंटे में काम पर लौटने के निर्देश
छत्तीसगढ़ में ग्राम पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों और शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन बाधित हो रहा है।

रायपुर: छत्तीसगढ़ में ग्राम पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों और शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन बाधित हो रहा है। इस बीच, पंचायत संचालनालय ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सीईओ को सख्त निर्देश दिए हैं। पत्र जारी कर सभी हड़ताली सचिवों को 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का आदेश दिया गया है।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी
यदि सचिव तय समय सीमा के भीतर कार्य पर नहीं लौटते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पंचायत संचालनालय के इस आदेश का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रुके हुए विकास कार्यों को पुनः प्रारंभ करना है।
शासकीयकरण की मांग को लेकर हड़ताल
गौरतलब है कि प्रदेशभर के ग्राम पंचायत सचिव 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। वे अपनी सेवाओं के शासकीयकरण और वेतनमान में सुधार की मांग कर रहे हैं। सचिवों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
ग्राम पंचायतों पर असर
हड़ताल के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में कई योजनाओं का कार्यान्वयन बाधित हो गया है। मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाएं प्रभावित हुई हैं। साथ ही, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक दस्तावेज भी समय पर जारी नहीं हो पा रहे हैं।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सचिवों से अपील की है कि वे जनहित को ध्यान में रखते हुए अपने पदस्थ स्थान पर वापस लौटें। साथ ही, राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।
कहां करें संपर्क
हड़ताल या संबंधित किसी भी जानकारी के लिए नागरिक अपने निकटतम पंचायत कार्यालय या जिला पंचायत कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।