छत्तीसगढ़

खाते में नहीं आई राशि –

कांग्रेस शासनकाल में तत्कालीन मंत्री डा प्रेमसाय सिंह ने ऐसा दिया चेक कि खाते में नहीं आई राशि

मामला वाड्रफनगर अनुविभाग, बलरामपुर जिले का है। 2012 में वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत गिरवानी में कोसमाही बांध बनाया गया। बांध बनाने के लिए किसानों की जमीन भी दी गई है। बांध बन गया है, लेकिन किसानों को अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिला है।

तत्कालीन कांग्रेस मंत्री डा प्रेमसाय सिंह द्वारा किसानों को दिए गए चेक असफल रहे। किसानों को मुआवजा भुगतान के नाम पर प्रतीकात्मक चेक दिया गया था, लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिल सका। अब किसान तत्कालीन मंत्री द्वारा दिए गए डमी चेक को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।

वर्षों से किसान मुआवजा की मांग कर रहे हैं। तत्कालीन कांग्रेस मंत्री डा प्रेमसाय सिंह ने प्रभावित किसानों को दो अप्रैल 2023 को प्रतीकात्मक चेक दिए। तत्कालीन सरकार ने विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले यह कार्यक्रम आयोजित कर किसानों की मदद करने का दावा किया था, लेकिन किसानों को अब तक मुआवजा राशि नहीं मिली है। किसान आज भी तत्कालीन मंत्री द्वारा दिया गया प्रतीकात्मक चेक रखते हैं।

किसानों ने इन चेकों को लेकर अधिकारियों से पूछा कि मुआवजा राशि क्यों नहीं मिल रही है? ग्राम पंचायत गिरवानी के मनबोध सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष कार्यक्रम में बुलाकर पूर्व मंत्री डा प्रेमसाय सिंह को चेक दिया गया था, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। सुखदेव राम ने बताया कि लगभग 22 लोगों को जमीन दी गई थी, लेकिन आज भी कई लोग मुआवजा के लिए भटक रहे हैं। मेरी जमीन भी बांध बनाने के लिए दी गई। साथ ही, वाड्रफनगर को बुलाकर पूर्व मंत्री को एक डमी चेक भी दिया गया था, लेकिन आज तक पैसे नहीं मिले।

मुख्य बात यह है कि प्रतीकात्मक चेक में 28 लाख, 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक की राशि बताई गई है। अब किसान परेशान है। भूमि भी चली गई। मजदूरी भी नहीं मिली, इसलिए आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। बलरामपुर कलेक्टर आर एक्का ने कहा कि वे शिकायत को जानते हैं। कितने किसानों को जमीन दी गई है और मुआवजा की स्थिति की पूरी जांच की जाएगी। जमीनी अधिग्रहण के बाद शासन के नियमों के अनुसार मुआवजा राशि भी दी जाएगी।

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