
RAIPUR NEWS – छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत कार्यरत हजारों संविदा कर्मचारी पिछले कई महीनों से गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या दो माह से वेतन न मिलना है, जिससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। इन सबके बीच अब NHM कर्मियों ने मजदूर दिवस यानी 1 मई को रायपुर स्थित स्वास्थ्य भवन के सामने विशाल प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
कर्मचारियों का कहना है कि राज्य सरकार लगातार उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। न सिर्फ वेतन का समय पर भुगतान नहीं हो रहा, बल्कि सेवा शर्तों का भी बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है। इसके अलावा, नियमितीकरण जैसी पुरानी मांगें अब भी अधर में लटकी हुई हैं।
NHM कर्मचारी बताते हैं कि वे लंबे समय से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को संभाल रहे हैं — चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो, टीकाकरण अभियान, मलेरिया नियंत्रण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य हो या फिर महामारी के समय किया गया योगदान — हर मोर्चे पर उन्होंने फ्रंटलाइन वॉरियर्स की तरह काम किया। लेकिन बदले में उन्हें न स्थायित्व मिला, न सुरक्षा।
कर्मचारी संगठन का कहना है कि यदि सरकार जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम नहीं उठाती, तो वे प्रदर्शन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाएंगे, जिसकी ज़िम्मेदारी पूरी तरह शासन-प्रशासन की होगी।
उनकी मुख्य मांगें निम्नलिखित हैं: –
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सभी कर्मचारियों को समय पर वेतन भुगतान
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सेवा शर्तों का स्पष्ट पालन
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सभी संविदा कर्मियों का नियमितीकरण
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भविष्य निधि और बीमा जैसी सुविधाओं की बहाली
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1 मई को होने वाला यह प्रदर्शन केवल आर्थिक हक की लड़ाई नहीं, बल्कि सम्मान और स्थायित्व की मांग है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस विरोध को कैसे संभालती है और क्या संविदा कर्मियों को उनका हक दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं या नहीं।