बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के बीच अब सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। ताजा घटनाक्रम में, बांग्लादेश के मशहूर रॉक लेजेंड ‘जेम्स’ (फारूक महफूज अनम) के एक लाइव कॉन्सर्ट में कट्टरपंथी भीड़ ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की। ढाका में आयोजित इस कार्यक्रम को उस समय बीच में ही रोकना पड़ा, जब प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा घेरा तोड़कर मंच की ओर बढ़ने की कोशिश की।
संगीत कार्यक्रम में तब्दील हुआ ‘अराजकता’ का मैदान
खबरों के अनुसार, रॉक सिंगर जेम्स अपने लोकप्रिय गानों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे थे, तभी अचानक एक बड़ी भीड़ ने आयोजन स्थल पर धावा बोल दिया। यह भीड़ कथित तौर पर इस्लामी संगठनों से जुड़ी बताई जा रही है, जो संगीत कार्यक्रमों को ‘गैर-इस्लामी’ बताकर उनका विरोध कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीड़ ने न केवल कुर्सियां और साउंड सिस्टम तोड़े, बल्कि वहां मौजूद संगीत प्रेमियों के साथ अभद्रता भी की।
सुरक्षा व्यवस्था हुई पूरी तरह विफल
कॉन्सर्ट के दौरान मौजूद सुरक्षाकर्मी इस उग्र भीड़ को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहे। जेम्स और उनके बैंड के सदस्यों को सुरक्षा घेरे में वहां से सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें भीड़ को ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे लगाते और संगीत उपकरणों को नष्ट करते हुए देखा जा सकता है।
सांस्कृतिक स्वतंत्रता पर हमला
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से ही देश में कट्टरपंथी ताकतों के हौसले बुलंद हैं। पिछले कुछ महीनों में कई दरगाहों, मूर्तियों और अब संगीत कार्यक्रमों को निशाना बनाया गया है। उदारवादी समूहों और कलाकारों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि अगर रॉक संगीत के सबसे बड़े चेहरे सुरक्षित नहीं हैं, तो देश में कला और संस्कृति का भविष्य अंधकारमय है।