रायपुर। भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज 100वीं जयंती है, और इस अवसर पर देशभर में सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भी इस महत्वपूर्ण दिन को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष आयोजन किए गए हैं। राजधानी रायपुर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और प्रदेश के अन्य प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री का श्रद्धांजलि अर्पित करना और आयोजन की शुरुआत
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने परिसर में आयोजित प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम साय ने कहा कि, “25 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के निर्माता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती है, जिसे पूरा देश सुशासन दिवस के रूप में मनाता है। इस दिन हम अटल जी को नमन और श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”
नगरीय निकायों में ‘अटल परिसर’ बनाने की घोषणा
सीएम साय ने सुशासन दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी जी के सपनों के आधार पर देश के विकास की दिशा को रेखांकित किया। उन्होंने छत्तीसगढ़वासियों को इस दिन की बधाई देते हुए प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में ‘अटल परिसर’ बनाने की घोषणा की। सीएम ने कहा कि, “प्रदेश के सभी नगरीय और पंचायत निकायों में अटल परिसर का भूमि पूजन किया जाएगा, ताकि अटल जी के योगदान को हर जगह सम्मानित किया जा सके।”
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का अटल जी के योगदान पर प्रकाश
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी को छत्तीसगढ़ के निर्माता के रूप में सम्मानित किया। उन्होंने कहा, “अटल जी ने छत्तीसगढ़ का निर्माण किया और तीन करोड़ लोगों के जीवन में बदलाव लाया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 50 हजार करोड़ रुपये की शुरुआत की, जिसके कारण आज गांव-गांव में सड़कें दिखाई देती हैं।”
डॉ. रमन सिंह ने अटल जी के सिद्धांतों और राजनीति पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “अटल जी ने सिद्धांतों की राजनीति की और कभी भी खरीद-फरोख्त नहीं की। उनका नाम इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।”
अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर प्रदेश में हर्षोल्लास
आज, अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर छत्तीसगढ़ में विभिन्न आयोजन किए गए, जिनमें अटल जी के योगदान को याद किया गया और उनके द्वारा किए गए कार्यों को सराहा गया। इस आयोजन में सभी राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।