नीमच से बड़ा ऐलान: 2026 तक नक्सलवाद का अंत तय – अमित शाह ने सीआरपीएफ की वीरता को दी सलामी
नीमच से बड़ा ऐलान: 2026 तक नक्सलवाद का अंत तय – अमित शाह ने सीआरपीएफ की वीरता को दी सलामी

नीमच – मध्य प्रदेश के नीमच ज़िले में आयोजित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 86वें स्थापना दिवस पर एक भव्य परेड और समारोह के बीच देश के गृह मंत्री अमित शाह ने ऐतिहासिक ऐलान किया। उन्होंने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि वर्ष 2026 तक भारत को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा।
समारोह में बोलते हुए अमित शाह ने सीआरपीएफ के जवानों की बहादुरी और निस्वार्थ सेवा को सलाम करते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में एक समय आतंक और असुरक्षा का माहौल था, आज वहीं पर विकास और विश्वास की हवा बह रही है। उन्होंने बताया कि देश के अधिकांश हिस्सों से नक्सलवाद को जड़ से खत्म कर दिया गया है और अब यह संकट महज चार जिलों तक सीमित रह गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने नक्सलवाद से निपटने के लिए चार स्तंभों पर आधारित रणनीति अपनाई है – सुरक्षा, विकास, विश्वास और पुनर्वास। इस रणनीति के अंतर्गत एक ओर जहां सुरक्षा बलों ने नक्सली संगठनों को करारा जवाब दिया है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने उन क्षेत्रों में विकास की रफ्तार तेज कर दी है।
अमित शाह ने यह भी खुलासा किया कि अब तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 400 से अधिक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस स्थापित किए जा चुके हैं। इसके चलते इन इलाकों में हिंसा की घटनाओं में 70 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। यह बताता है कि सरकार का प्रयास केवल सशस्त्र संघर्ष तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलाव की दिशा में भी निरंतर है।
इस दौरान शाह ने सीआरपीएफ की स्पेशल यूनिट ‘कोबरा’ की भी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि जंगलों और पहाड़ियों में जिस तरह से कोबरा बटालियन ने गुप्त अभियानों को अंजाम दिया है, वह देश के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि इन वीर जवानों ने अपने साहस, रणनीति और समर्पण से देश की सुरक्षा में नए मानदंड स्थापित किए हैं।
समारोह के अंत में गृह मंत्री ने उन शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि सरकार उन परिवारों के साथ हमेशा खड़ी है और उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा।
इस कार्यक्रम ने न केवल सीआरपीएफ की वीरता को राष्ट्रीय मंच पर रेखांकित किया, बल्कि देशवासियों को यह संदेश भी दिया कि भारत अब नक्सलवाद जैसे खतरों से ऊपर उठकर शांति और विकास की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।