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जगदलपुर। बस्तर में सुरक्षा बलों की लगातार सफलता और नक्सलियों की कमजोर होती पकड़ के चलते नक्सली संगठन में बड़ा बदलाव किया गया है। सूत्रों के अनुसार, माड़वी हिड़मा को सेंट्रल कमेटी से हटाकर झारखंड के खूंखार नक्सली 1 करोड़ के इनामी पतिराम माझी को शामिल किया गया है।
नक्सल संगठन में बदलाव क्यों?
- पिछले 13 महीनों में 200 करोड़ से ज्यादा इनामी नक्सली मारे गए।
- सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों का कोर इलाका कमजोर हो गया है।
- बाहरी और लोकल कैडर के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ‘नक्सल मुक्त भारत’ मिशन (मार्च 2026) को देखते हुए सुरक्षाबलों ने अपना अभियान तेज कर दिया है।
सेंट्रल कमेटी में सबसे युवा नक्सली बना पतिराम माझी
- 54 वर्षीय पतिराम माझी अब सेंट्रल कमेटी का सबसे युवा सदस्य है।
- पहले यह स्थान माड़वी हिड़मा (लगभग 55 वर्ष) के पास था।
- अन्य वरिष्ठ नक्सली नेता गणपति, मिशिर बेसरा, चंदी जैसी उम्रदराज और बीमारियों से जूझ रहे कमेटी मेंबर हैं।
माड़वी हिड़मा – बस्तर के बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड
- हिड़मा 2017 सुकमा हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें दर्जनों जवान शहीद हुए थे।
- उसे 2024 में सेंट्रल कमेटी में जगह मिली, लेकिन 2025 की शुरुआत में ही हटा दिया गया।
- संगठन में लगातार मिल रही हार और सुरक्षा बलों की बढ़ती दबिश को इसकी वजह माना जा रहा है।
नक्सल संगठन की मनोबल बढ़ाने की नाकाम कोशिशें
- नक्सली संगठन जनता को भड़काने के लिए फर्जी खबरें फैला रहा है।
- हाल ही में कांकेर-तुमरेल में 6 पुलिस जवानों की शहादत की झूठी खबर फैलाई गई थी, जबकि हकीकत में कोई नुकसान नहीं हुआ।
- पुलिस और सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी से ऑपरेशन चला रहे हैं और जल्द ही बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।