छत्तीसगढ़

पिरामल फाउंडेशन के ट्राइबल टीबी इनिशिएटिव प्रोजेक्ट का बड़ा प्रयास

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जशपुर जिले में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है

जशपुरनगर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जशपुर जिले में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस प्रयास के तहत पिरामल फाउंडेशन के ट्राइबल टीबी इनिशिएटिव प्रोजेक्ट ने जिले के सभी एकलव्य विद्यालयों में टीबी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य टीबी के कारण, लक्षण, जांच और उपचार के बारे में जानकारी फैलाना है, साथ ही निक्षय मित्र और निक्षय पोषण योजना के माध्यम से टीबी रोगियों को मिलने वाली सहायता के बारे में भी अवगत कराना है।
एकलव्य विद्यालय घोलेंग, बटईकेला, सन्ना और सराईटोला में आयोजित कार्यक्रमों में विद्यार्थियों को टीबी के लक्षणों और उससे बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, उन्हें यह भी बताया गया कि यदि किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखें तो वह तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, या पिरामल टीम से संपर्क कर सकते हैं।

जशपुर जिले को टीबी मुक्त करने के लिए पंचायत स्तर पर भी काम तेज़ी से चल रहा है। डॉ. उदय प्रकाश भगत (जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी) और कुसुम बड़ा (उप संचालक पंचायत नोडल अधिकारी, टीबी मुक्त भारत अभियान) के मार्गदर्शन में पिरामल फाउंडेशन सक्रियता से काम कर रहा है। जिला समन्वयक एनटीईपी रूस्तम अंसारी ने जानकारी दी कि साल 2024 में जिले की 220 पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने के लिए संयुक्त प्रयास किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विभाग, पंचायत प्रतिनिधि और पिरामल फाउंडेशन मिलकर काम कर रहे हैं

 

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