एमसीबी जिले में पंचायत चुनाव में बड़ी लापरवाही, जीते प्रत्याशी की जगह हारे हुए उम्मीदवार को मिला प्रमाण पत्र
छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले के भरतपुर तहसील में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बड़ी लापरवाही सामने आई है।
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बैकुंठपुर/जनकपुर। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले के भरतपुर तहसील में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बड़ी लापरवाही सामने आई है। ग्राम पंचायत ओहनिया में जीते हुए सरपंच प्रत्याशी की जगह हारे हुए प्रत्याशी को प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जिससे स्थानीय राजनीति गरमा गई है। इस गलती को लेकर तहसीलदार भरतपुर और चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।
क्या है पूरा मामला?
भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत ओहनिया में 23 फरवरी को मतदान हुआ था, जिसमें सरपंच पद के लिए जगत बहादुर सिंह को सर्वाधिक मत मिले थे। मतदान कर्मियों ने उनकी जीत की पुष्टि की, जिसके बाद उन्होंने और उनके समर्थकों ने जश्न मनाया। लेकिन 25 फरवरी को जब रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जीत का प्रमाण पत्र दिया गया, तो यह हार चुके प्रत्याशी जयकरण सिंह के नाम पर जारी कर दिया गया।
लाल स्याही से क्रॉस कर बदला गणना परिणाम?
शिकायत के अनुसार, मतदान केंद्र क्रमांक 137 के पीठासीन अधिकारी द्वारा जारी गणना पत्र में हेरफेर किया गया।
🔹 गणना पत्र में लाल स्याही से क्रॉस कर मतगणना का परिणाम बदला गया।
🔹 ब्लैक इंक से लिखे परिणाम पत्र में गड़बड़ी हुई, जबकि ब्लू इंक से लिखे सही परिणाम को नजरअंदाज किया गया।
🔹 ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यह गलती जानबूझकर की गई या प्रशासनिक लापरवाही है?
चुनावी पारदर्शिता पर सवाल!
पंचायत चुनाव की निष्पक्षता को लेकर इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि इस गलती को समय पर सुधारा नहीं गया, तो यह भविष्य में चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।