रायगढ़ – जी हां…कहा जाता है कि खुशी और आनंद में बहुत फर्क होता है खुशी हमे किसी भी चीज में मिल जाती है परंतु जिस काम को करके हमारे मन को प्रसन्नता एवम संतुष्टि मिले वास्तव में वही आनंद होता है…जी हां आपने सही पढ़ा आज हम बात कर रहे है रायगढ़ शहर के मध्य में रहने वाले एक परिवार की जिसके मुखिया ने अपनी आने वाली पीढ़ियों में प्रकृति एवं संस्कृति के बीज संस्कारों से सींचने का प्रयास प्रारंभ किया है..जिसमे आज इस परिवार की तीसरी पंक्ति की सबसे छोटी बिटिया इस परिवार की लाडली शिल्पी का प्रथम जन्मदिवस है इस अवसर पर इस परिवार ने परमपूज्य गुरुदेव की प्रेरणा से इस जन्मदिन को एक विशेष तरीके से मनाने की पहल की है जिसमे आज सभी सदस्य एकत्रित होकर सुबह पहले गौशाला में जाकर गौ सेवा से दिन की शुरुआत की तत्पश्चात सपरिवार बनोरा आश्रम में पूज्य गुरुदेव के आशीर्वाद लेकर वृक्षारोपण का कार्य किया गया जिसमे इस परिवार की ओर से प्रकृति को करीब 365 वृक्षों का रोपण कार्य करके एक अनुपम उपहार दिया है इसके बाद इसके सदस्य स्थानीय मूक बधिर बच्चों के आश्रम जाकर उनके बीच केक काटकर उनको भी तरह तरह के गिफ्ट आदि का वितरण करने का कार्यक्रम रखा गया है,संस्कृति को संस्कारों से बढ़ावा देने जैसी पहल करके ये परिवार एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।इसके अलावा इस परिवार के सदस्य जरूरतमंद मरीज को रक्तदान भी कर रहे हैं ये पहल वाकई में एक प्रेरणादायक है।
इस परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य महेश शर्मा जी ने बताया कि आज के परिवेश में सिर्फ दिखावे मात्र के लिए हजारों रुपए खर्च करके व्यर्थ किए जाते है वही यदि व्यक्ति अपने जीवन को सरल एवम संतुलित करके अपने आने वाली पीढ़ी को प्रकृति और अपनी संस्कृति को संस्कार रूपी जल से सींचकर अपने जीवन को सदमार्ग के रास्ते सफल कर सकता है पाश्चात्य संस्कृति से केवल हमे खुशी मिलती है परंतु अपनी संस्कृति में अपने आप को रमाने से हमे खुशी ही नहीं आनंद की प्राप्ति भी होती है। आगे उन्होंने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रमों के बाद स्थानीय निवास पर परमपूज्य गुरुदेव की कृपा से सुंदरकांड का पाठ विधि विधान से करते हुए सपरिवार हमारी शिल्पी के जन्मदिवस को मनाया जा रहा है।
अगर देखा जाए तो यदि सभी लोगों के अंदर कुछ अलग से हटकर कुछ नया करने का जज्बा जरूर होता है पर कोई वर्तमान परिस्थिति में पाश्चात्य संस्कृति की ओर विमुख होकर खुशियां ढूंढ लेता है तो कोई इस तरह के अवसर पर अपने परिवार को आगामी पीढ़ी को एक नए संस्कार के माध्यम से प्रकृति एवं संस्कृति के संरक्षण का संदेश देकर आनंद की अनुभूति करता है तथा समाज में एक अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है।
यहां बताना लाजिमी होगा कि वृक्षारोपण के कार्यक्रम की पहल पर रामदास द्रौपदी फाउंडेशन ने निशुल्क वृक्ष प्रदान करते हुए इसमें विशेष सहयोग प्रदान किया तथा उनके नर्सरी संचालक राम यादव ने वृक्षों को रोपने में विशेष सहयोग किया है।
हमारे चैनल की ओर से भी शर्मा परिवार को इस कदम के लिए साधुवाद एवं परिवार की लाडली शिल्पी को जन्मदिवस पर शुभकामनाएं..💐💐