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रायपुर नगर निगम में भाजपा ने सभापति पद पर किया कब्जा

रायपुर नगर निगम में भाजपा ने सभापति पद पर किया कब्जा

RAIPUR NEWS – रायपुर नगर निगम में शुक्रवार, 7 मार्च 2025 को सभापति पद के लिए चुनाव संपन्न हुआ, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ पार्षद सूर्यकांत राठौड़ को निर्विरोध सभापति चुना गया। नगर निगम मुख्यालय में दोपहर 12 बजे से शुरू हुई इस प्रक्रिया में भाजपा के बहुमत के चलते अन्य किसी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया, जिससे राठौड़ का निर्विरोध चयन संभव हुआ।

भाजपा का नगर निगम में बहुमत –

रायपुर नगर निगम में कुल 70 वार्ड हैं, जिनमें से भाजपा के 61 पार्षद, कांग्रेस के 7 और 2 निर्दलीय पार्षद हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा की प्रदेश में सत्ता में वापसी के बाद नगर निगम में भी भाजपा का प्रभाव बढ़ा है। निर्दलीय पार्षदों के समर्थन से भाजपा का बहुमत और मजबूत हुआ, जिससे सभापति पद पर पार्टी का दावा मजबूत हुआ।

सूर्यकांत राठौड़ का राजनीतिक अनुभव –

सूर्यकांत राठौड़ पांचवीं बार पार्षद चुने गए हैं और नगर निगम के नियमों और प्रक्रियाओं की गहरी समझ रखते हैं। वे पूर्व में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं, जिससे उनकी नेतृत्व क्षमता पर कोई संदेह नहीं है। उनके अनुभव और पार्टी के प्रति निष्ठा को देखते हुए भाजपा ने उन्हें सभापति पद के लिए चुना।

चुनाव प्रक्रिया का विवरण –

सभापति चुनाव की प्रक्रिया दोपहर 12 बजे से शुरू हुई, जिसमें नामांकन पत्र दाखिल करने का समय 12:00 से 12:45 बजे तक निर्धारित था। इसके बाद 12:45 से 1:00 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच की गई और सही पाए गए नामों की घोषणा की गई। चूंकि सूर्यकांत राठौड़ का नामांकन अकेला था और कोई विरोधी प्रत्याशी नहीं था, इसलिए मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी और उन्हें निर्विरोध सभापति घोषित किया गया।

भाजपा की रणनीति और भविष्य की योजनाएं –

भाजपा ने सभापति पद के लिए वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था, जिन्होंने चुनाव प्रक्रिया का संचालन किया। पार्टी की रणनीति थी कि अनुभवी और विश्वसनीय नेता को इस पद पर बैठाया जाए, ताकि नगर निगम के कार्यों में पारदर्शिता और गति लाई जा सके। सूर्यकांत राठौड़ के नेतृत्व में नगर निगम में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी और नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा।

कांग्रेस की स्थिति –

नगर निगम में कांग्रेस के केवल 7 पार्षद होने के कारण वे सभापति पद के लिए कोई मजबूत दावा पेश नहीं कर सके। विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस की नगर निगम में स्थिति कमजोर हुई है, जिससे पार्टी को संगठनात्मक स्तर पर पुनर्गठन की आवश्यकता महसूस हो रही है।

रायपुर नगर निगम में भाजपा के सूर्यकांत राठौड़ का निर्विरोध सभापति चुना जाना पार्टी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है। उनके अनुभव और नेतृत्व में नगर निगम के कार्यों में सुधार और विकास की उम्मीद की जा रही है। नागरिकों को अब नए सभापति से शहर के विकास और प्रशासन में सकारात्मक बदलाव की अपेक्षा है।

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