राजिम में बोरसी के ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन: एसडीएम कार्यालय का घेराव और हाईवे पर चक्का जाम
राजिम, छत्तीसगढ़: बोरसी गांव के शिवलिंग को गायब करने और अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश उभर आया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मंगलवार को राजिम में एसडीएम कार्यालय का घेराव किया और राजिम-महासमुंद हाईवे पर चक्का जाम कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया।
शिवलिंग गायब और अवैध कब्जे को लेकर नाराजगी
ग्रामीणों का आरोप है कि शिवलिंग के गायब होने और गांव की भूमि पर अवैध कब्जे के मामले में प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। एसडीएम द्वारा 19 अगस्त को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था, लेकिन वह वादा पूरा नहीं हुआ। इससे नाराज ग्रामीणों ने पोला त्योहार के दिन प्रदर्शन करने का फैसला किया।
उग्र प्रदर्शन और नारेबाजी
ग्रामीणों ने पांच पिकअप और 50 मोटरसाइकिलों से राजिम पहुंचकर तहसील कार्यालय का घेराव किया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने एसडीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे गांव में विवाद पैदा कर रहे हैं और समय पर उचित कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जनपद अध्यक्ष पुष्पा-जगन्नाथ साहू और अन्य ग्रामीण नेताओं ने भी एसडीएम के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।
एसडीएम का आश्वासन
प्रदर्शनकारियों के उग्र रवैये के बीच, एसडीएम महराणा ने तीन दिनों के भीतर विधि सम्मत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त कर दिया और वापस चले गए। हालांकि, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे दोबारा आंदोलन करेंगे।
प्रशासनिक स्थिति
चक्का जाम और घेराव के दौरान एसडीएम महराणा, तहसीलदार अजय चंद्रवंशी, और स्थानीय पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे। एसडीएम ने पत्रकारों से बातचीत में आंदोलनकारियों को दिए गए आश्वासन की पुष्टि की।