छत्तीसगढ़

इनामी नक्सली दंपति ने किया आत्मसमर्पण, मिलने जा रही है पुनर्वास सहायता

इनामी नक्सली दंपति ने किया आत्मसमर्पण, मिलने जा रही है पुनर्वास सहायता

कवर्धा – राज्य सरकार द्वारा घोषित इनामी नक्सली दंपति—रवि कुमार और सीमा देवी—ने हाल ही में सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था, जिसे अब वापस लेने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। यह कदम स्थानीय प्रशासन और पुलिस की मिलीजुली कार्रवाई का नतीजा माना जा रहा है, जिससे नक्सली गिरोह को जबरदस्त झटका लगा है।

सूत्रों के अनुसार, रवि और सीमा ने लगभग दस वर्षों तक जंगलों में छिपकर नक्सली व्यवस्था का हिस्सा बने रहने के बाद हिंसा और अपराध के क्रम को छोड़ने का निर्णय लिया। दोनों ने बताया कि लगातार भीषण मुठभेड़, ग्रामीणों पर अत्याचार और खुद जान का जोखिम उठाने के बाद वे शांतिपूर्ण जीवन की ओर लौटना चाहते हैं। आत्मसमर्पण से पहले दंपति ने अपने हथियार-संग्रह, पत्राचार और अन्य संवेदनशील दस्तावेज सुरक्षा बलों को सौंप दिए।

आत्मसमर्पण के तुरंत बाद रवि और सीमा को नज़दीकी पुलिस थाना लाया गया, जहां मेडिकल परीक्षण और मानसिक स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें सरकारी पुनर्वास केंद्र में स्थानांतरित किया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया, “आत्मसमर्पण करने वाले दोनों को राज्य सरकार की पुनर्वास योजना का पूरा लाभ मिलेगा, जिसमें तीन महीने तक मासिक वित्तीय सहायता, कृषि एवं कुटीर उद्योग आधारित प्रशिक्षण, तथा शिक्षा व कौशल विकास के खर्च शामिल हैं।”

सरकारी अधिकारियों ने इस घटना को नक्सलियों के विरुद्ध मिली बड़ी सफलता के रूप में पेश किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय वर्मा ने कहा, “इनामी अपराधियों का आत्मसमर्पण हमें यह संदेश देता है कि जब न्याय और विकास का मार्ग दिखाया जाए, तो हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति की तरफ रुख किया जा सकता है। राज्य में नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास योजनाओं को तेज कर हम अधिक लोगों को पुनर्वास के दायरे में लाएंगे।”

स्थानीय ग्रामीण भी इस कदम से उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि पुनर्वास केंद्रों से लौटे पूर्व नक्सली समाज में सकारात्मक योगदान देंगे। इस बीच, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और बाकी नक्सलियों को भी आत्मसमर्पण के लिए कई बार अपील की है, ताकि हिंसा से त्रस्त ग्रामीणों को राहत मिल सके।

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