उरला में 6 वर्षीय मासूम से दरिंदगी और हत्या: चाचा पर संदेह, परिजन बोले- असली गुनहगार को बचा रही है पुलिस
उरला में 6 साल की मासूम के साथ अनाचार कर हत्या, पुलिस ने चाचा को पकड़ा, परिजन बोले- वह निर्दोष है, असली गुनहगार कार मालिक है।

रायपुर/उरला।छत्तीसगढ़ के उरला इलाके के ओम नगर में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी और हत्या के मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। दो दिन पहले सामने आए इस जघन्य मामले में अब हर दिन नई कहानी सामने आ रही है।
पुलिस ने बच्ची के चाचा को मुख्य आरोपी बताते हुए गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया है, लेकिन परिजनों ने पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। पीड़िता की मां ने साफ तौर पर कहा है कि – “मेरा देवर ऐसा कभी नहीं कर सकता। पुलिस उसे जबरन फंसा रही है।”
परिजनों का आरोप – गुनहगार कार मालिक, पुलिस बचा रही
पीड़िता की मां के मुताबिक, जिस कार से बच्ची का शव बरामद हुआ, वही व्यक्ति इस जघन्य घटना का असली आरोपी है।
उनका कहना है कि चाचा ने ही बच्ची की परवरिश की थी, वह ऐसा सोच भी नहीं सकता।
परिजनों ने यहां तक दावा किया है कि कार दो दिन से घटनास्थल पर खड़ी थी, और पुलिस कार मालिक को बचा रही है। उनका संदेह कार मालिक और उसके साले ‘बादल’ पर भी है, जिसकी लोकेशन जांचने की मांग की जा रही है।
एसपी का जवाब – सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी
इस पूरे विवाद पर दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने बयान जारी करते हुए कहा –
“पुलिस ने किसी को खुश करने नहीं, बच्ची को न्याय दिलाने के लिए काम किया है।
आरोपी के खिलाफ हमारे पास पुख्ता सबूत हैं, उन्हीं के आधार पर गिरफ्तारी हुई है।”
नारको टेस्ट से आ सकता है सच सामने
जैसे-जैसे मामले ने तूल पकड़ा, अब नारको टेस्ट की मांग भी तेज हो गई है।
क्योंकि पीड़िता और आरोपी एक ही परिवार से हैं और परिजनों ने भी शंका जाहिर की है, इसलिए पुलिस भी नारको टेस्ट करवाने की तैयारी में है। इससे असली सच सामने आ सकता है।
बच्ची को न्याय दिलाने दिल्ली पहुंचे विधायक, सुप्रीम कोर्ट वकीलों की टीम तैयार
मासूम को न्याय दिलाने की लड़ाई अब कोर्ट तक पहुंच गई है।
वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन दिल्ली पहुंचे और सुप्रीम कोर्ट के पांच वरिष्ठ वकीलों का पैनल तैयार किया है।
विधायक सेन ने बताया कि दुर्ग जिला बार एसोसिएशन ने आरोपी की ओर से पैरवी करने से मना कर दिया है।
साथ ही अधिवक्ता राजकुमार तिवारी ने निःशुल्क केस लड़ने की घोषणा की है।
सुप्रीम कोर्ट वकीलों की फीस जनसहयोग से जुटाई जाएगी।
जनता की मांग – आरोपी को फांसी दो
इस दर्दनाक वारदात ने पूरे छत्तीसगढ़ को झकझोर दिया है।
यादव समाज, कांग्रेस और स्थानीय संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी “#फांसी_दो” की मांग ट्रेंड कर रही है।