रायपुर: छत्तीसगढ़ में सीमेंट की कीमतों में फिर से वृद्धि हो गई है। सीमेंट कंपनियों ने 10 से 15 रुपए तक कीमत बढ़ा दी है, जबकि पहले ही सितंबर में कीमतों में 50 रुपए का इजाफा किया था। प्रदेश सरकार के दबाव के बाद कंपनियों ने खुले बाजार में 45 रुपए तक की कमी की थी, लेकिन नाम ट्रेड में 30 रुपए की ही कमी की गई। हालांकि, अब कंपनियों ने दाम फिर से बढ़ाने का निर्णय लिया है और इस बार दाम में 10 से 15 रुपए तक की वृद्धि की जा चुकी है।
कंपनियों ने दाम बढ़ाने की योजना बनाई
हरिभूमि की रिपोर्ट के अनुसार, सीमेंट कंपनियां अगले कुछ दिनों में दाम 50 रुपए तक बढ़ाने की तैयारी में हैं। इस वृद्धि को तीन किस्तों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में 10 से 15 रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी है, और आने वाले दिनों में दूसरी और तीसरी किस्तों में दाम बढ़ाने की योजना है।
बिलिंग में हो रहा खेल
सीमेंट व्यापारियों का कहना है कि कंपनियां दाम घटाने की बात तो कर रही हैं, लेकिन बिलिंग अभी भी पहले के बढ़े हुए दाम पर हो रही है। इस समय, ज्यादातर कंपनियां 300 से 322 रुपए के बीच बिलिंग कर रही हैं, जबकि वास्तविक कीमत 250 से 285 रुपए के बीच है। कंपनियां डीलरों को स्कीम देकर दाम कम कर रही थीं, लेकिन अब स्कीम में कटौती कर दाम बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।
मांग बढ़ने के साथ कीमतों में इजाफा
मानसून की बारिश के बाद और नवरात्रि में निर्माण कार्यों में वृद्धि के चलते सीमेंट की मांग में इजाफा हुआ है। इस कारण कंपनियों ने सीमेंट के दाम बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि, कुछ कंपनियां पहले पांच से दस रुपए तक दाम बढ़ा चुकी हैं, लेकिन डीलरों द्वारा माल का उठाव कम होने के कारण दाम को फिर से घटा दिया गया था। अब सीमेंट कंपनियां फिर से दाम बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रही हैं।
सीमेंट की कीमतों पर सरकारी नियंत्रण की आवश्यकता
प्रदेश सरकार के लगातार प्रयासों के बावजूद सीमेंट कंपनियां अपनी मनमानी करती नजर आ रही हैं। सरकार ने पहले चेतावनी दी थी कि सीमेंट के दाम बढ़ाने से पहले कंपनियों को कारण बताकर मंजूरी लेना होगी, लेकिन इसका असर फिलहाल नहीं दिखा है। यदि सरकार का कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया, तो आने वाले दिनों में दामों में और वृद्धि हो सकती है।