रायपुर। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने बल को भविष्य के लिए तैयार करने के उद्देश्य से नई मानव संसाधन (HR) नीति का अनावरण किया है। यह नीति 2017 की पुरानी नीति का स्थान लेगी और बल के सदस्यों को आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए नए कौशल, प्रौद्योगिकी और ज्ञान से सुसज्जित करेगी।
मानव संसाधन नीति की मुख्य बातें
- डोमेन विशेषज्ञों का गठन:
बल में कम से कम 10 प्रमुख क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले कर्मियों का एक समूह बनाया जाएगा। इनमें सूचना प्रौद्योगिकी, विमानन सुरक्षा, अग्नि प्रबंधन, एंटी-ड्रोन समाधान, प्रशिक्षण, और युद्ध कौशल जैसे क्षेत्र शामिल हैं। - विशिष्ट कौशल श्रेणी:
प्रशिक्षकों, एसएसजी कर्मियों, के9 विशेषज्ञों, बैंड्समैन और खेल-कर्मियों के चयन और प्रशिक्षण में कठोरता लाई जाएगी। उनके प्रदर्शन का वार्षिक आकलन होगा और उन्हें प्राथमिकता आधारित पोस्टिंग दी जाएगी। - पसंद आधारित पोस्टिंग:
पहली बार CISF ने कर्मियों को 10 पसंदीदा स्थानों की सूची बनाने का विकल्प दिया है। - सेवानिवृत्त कर्मियों को प्राथमिकता:
दो वर्षों के भीतर सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को उनकी पसंद के तीन स्थानों में से एक पर पोस्टिंग दी जाएगी। - महिला और युगल कर्मियों को विशेष सुविधा:
विवाहित युगल कर्मियों और महिलाओं के कार्य-जीवन संतुलन को ध्यान में रखते हुए नीतियां बनाई गई हैं।
CISF का विस्तार और संचालन में बदलाव
2017 के बाद से CISF की परिचालन इकाइयों की संख्या 339 से बढ़कर 359 हो गई है। बल की संख्या 1.5 लाख से बढ़कर 1.9 लाख के पार हो गई है। जेल सुरक्षा और संसद भवन परिसर जैसे नए क्षेत्रों में बल की तैनाती की गई है।
नई चुनौतियों के समाधान के लिए CISF तैयार
CISF ने तेजी से बदलते सुरक्षा परिदृश्य में आधुनिक प्रौद्योगिकी और वैश्विक सुरक्षा मानकों को अपनाने पर जोर दिया है। ड्रोन खतरे, डेटा सुरक्षा, और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप बल को तैयार किया जा रहा है।
क्यों खास है नई नीति?
- पोस्टिंग ऑर्डर समयबद्ध तरीके से जारी होंगे:
- सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए: 31 दिसंबर तक
- महिला कर्मियों के लिए: 15 जनवरी तक
- विवाहित युगलों के लिए: 31 जनवरी तक
- बच्चों की शिक्षा और अन्य जरूरतों के लिए कर्मियों को बेहतर योजना बनाने का अवसर मिलेगा।
CISF की अहमियत
CISF देश की महत्वपूर्ण संपत्तियों और रणनीतिक संस्थानों को सुरक्षा प्रदान करता है। बल के लिए भर्ती अखिल भारतीय स्तर पर की जाती है, जो इसे विविधता और अखिल भारतीय स्वरूप देती है।