रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोमवार को अपने निवास पर छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2023 के टॉपर्स से मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चयनित अभ्यर्थियों को उनकी सफलता के लिए बधाई देते हुए उन्हें प्रेरक संदेश दिए।
पारदर्शिता और मेहनत की जीत
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पारदर्शिता और कठिन परिश्रम की जीत हुई है। परीक्षा के परिणाम न केवल चयन प्रक्रिया की निष्पक्षता को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी प्रमाणित करते हैं कि हमारी सरकार युवाओं के लिए एक ईमानदार और पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रयासरत है।”
युवा पीढ़ी के लिए बने आदर्श
मुख्यमंत्री ने टॉपर्स से संवाद करते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेंगे। उन्होंने कहा, “युवा साथी अब आपसे प्रेरणा लेंगे और जानना चाहेंगे कि आपने इस सफलता को कैसे हासिल किया। यह आपकी जिम्मेदारी है कि प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन पूरी पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ करें।”
टॉपर्स के अनुभव और माता-पिता से चर्चा
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चयनित अभ्यर्थियों से उनकी तैयारी के अनुभव और परीक्षा के दौरान आने वाली चुनौतियों के बारे में जाना। उन्होंने अभ्यर्थियों के परिजनों से भी संवाद किया और परीक्षा प्रक्रिया में लाए गए सुधारों के फीडबैक लिए।
टॉपर्स को भेंट की पुस्तकें और प्रशस्ति पत्र
मुख्यमंत्री ने सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर्स रविशंकर वर्मा, मृणमयी शुक्ला, आस्था शर्मा, किरण सिंह राजपूत, नंदिनी साहू, सोनल यादव, दिव्यांश चौहान, शशांक कुमार, पुनीत वर्मा, और उत्तम कुमार को स्वामी विवेकानंद, अटल बिहारी वाजपेयी, और नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित पुस्तकें और प्रशस्ति पत्र भेंट किए।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए आप सभी को स्वामी विवेकानंद और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान व्यक्तित्वों से प्रेरणा लेनी चाहिए। दृढ़ निश्चय और समर्पण के साथ आप प्रदेश और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।”