48 घंटे में ब्लाइंड मर्डर केस सुलझा, पिता समेत दो बेटों की गिरफ्तारी
पेंड्रा छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (जीपीएम) क्षेत्र में ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को पुलिस ने महज 48 घंटों में सुलझा लिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पिता और उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया है। यह हत्या पैसों के लेन-देन और आपसी रंजिश के कारण की गई थी। पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने इस केस को सुलझाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
घटना का खुलासा: शव की पहचान से शुरू हुई जांच
11 नवंबर 2024 को गौरेला के सरिसताल गांव में एक अज्ञात युवक का शव मिलने की सूचना पर पुलिस, साइबर सेल, डॉग स्क्वायड, और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव करीब 5-6 दिन पुराना था। जांच के दौरान शव की पहचान जोगीसार गांव के 30 वर्षीय बेचू सिंह धनवार के रूप में हुई।
पैसों के लेन-देन बना हत्या का कारण
जांच में पता चला कि मृतक बेचू सिंह धनवार, जो उत्तर प्रदेश में मजदूरी करता था, लगभग एक महीने पहले गांव आया था। यहां उसका गांव के ही रामेश्वर धनवार और उसके बेटों रामभरोश एवं रामप्रताप से पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश लौट गया, लेकिन 5 नवंबर को जब वह अपने गांव लौटा, तो विवाद ने खतरनाक रूप ले लिया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
5 नवंबर की रात मृतक शराब के नशे में घूम रहा था। इसी दौरान रामेश्वर और उसके बेटों ने मिलकर बांस की लाठी और टांगी से उस पर हमला किया। हत्या के बाद शव को मोटरसाइकिल पर ले जाकर सरिसताल के पास एक गड्ढे में फेंक दिया। साक्ष्य मिटाने के लिए आरोपियों ने मृतक का मोबाइल और अपने कपड़े जला दिए।
पुलिस ने किया साइंटिफिक जांच से खुलासा
पुलिस ने घटनास्थल से जले हुए साक्ष्य बरामद किए और साइंटिफिक एविडेंस जुटाए। इसके आधार पर रामेश्वर धनवार और उसके बेटों को जोगीसार के जंगल से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया।
कोर्ट में होगी पेशी, पुलिस की त्वरित कार्रवाई की तारीफ
फिलहाल आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने अपराधियों को कड़ी चेतावनी दी है। ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने में पुलिस की भूमिका की सराहना हो रही है।