छत्तीसगढ़
वन विभाग के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
रायपुर: छत्तीसगढ़ में वन विभाग के लगभग 7,000 दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी 11 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ये कर्मचारी नवा रायपुर के तूता स्थित धरना स्थल पर अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताल में वाहन चालक, कंप्यूटर ऑपरेटर, तेंदूपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक, कार्यालय सहायक सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
प्रमुख मांगें
- नियमितीकरण: 6 मार्च 2008 से पूर्व और 31 दिसंबर 2017 तक कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमितीकरण करने की मांग। इसमें 10 साल सेवा पूरी कर चुके कर्मचारियों को सांख्येतर पद स्वीकृत कर नियमित किया जाए।
- स्थायीकरण: 31 दिसंबर 2017 के बाद कार्यरत कर्मचारियों को, जिन्होंने 2 वर्ष की सेवा पूरी कर ली है, स्थायीकरण किया जाए।
- सेवा नियम: वन विभाग में कार्यभारित आकस्मिक निधि सेवा नियम 2023 को पुनः लागू करने की मांग।
- सीधी भर्ती पर रोक: तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती रोककर उन पदों पर दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को समाहित करने की मांग।
- वेतन भुगतान: पिछले 4 से 5 माह से लंबित वेतन का भुगतान करने और डिपो में कार्यरत श्रमिकों के 8 से 9 माह से लंबित वेतन का तत्काल भुगतान किया जाए।
- श्रम सम्मान राशि: 4,000 रुपये श्रम सम्मान की राशि का भुगतान करने की मांग।
हड़ताल का प्रभाव
इस हड़ताल के चलते रायपुर के नंदनवन, बिलासपुर के नंदनकानन और नवा रायपुर के जंगल सफारी में कामकाज प्रभावित हो रहा है। कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि वे तब तक हड़ताल पर बने रहेंगे, जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।