स्वच्छता में छत्तीसगढ़ का परचम: स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के 7 नगरीय निकायों को मिला राष्ट्रीय सम्मान
स्वच्छता में छत्तीसगढ़ का परचम: स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में राज्य के 7 नगरीय निकायों को मिला राष्ट्रीय सम्मान

नई दिल्ली/रायपुर: छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण में अपनी उत्कृष्ट पहचान बनाई है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 के अंतर्गत, प्रदेश के कुल सात नगरीय निकायों को राष्ट्रीय स्तर पर उनके सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है। इन निकायों को आज (17 जुलाई 2025) नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे।
राज्य के तीन नगरीय निकायों को प्रतिष्ठित प्रेसिडेंट अवार्ड से नवाजा गया है। इनमें शामिल हैं:
- बिलासपुर नगर निगम: 3 लाख से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में।
- कुम्हारी नगर पालिका: 20 हजार से 50 हजार आबादी वाले शहरों की श्रेणी में।
- बिल्हा नगर पंचायत: 20 हजार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में।
राजधानी रायपुर ने भी स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। रायपुर नगर निगम को राज्य स्तर पर किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा मिनिस्ट्रियल अवार्ड प्रदान किया गया।
इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण में एक नई श्रेणी सुपर स्वच्छ लीग (SSL) की शुरुआत की गई है, जिसमें उन शहरों को शामिल किया गया है जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में कम से कम एक बार शीर्ष तीन में जगह बनाई है और इस साल अपनी संबंधित श्रेणी में शीर्ष 200 में बने हुए हैं। इस विशेष श्रेणी में छत्तीसगढ़ के तीन और नगरीय निकायों को सम्मान मिला है:
- अंबिकापुर नगर निगम: 50 हजार से 3 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में। (एक रिपोर्ट के अनुसार, अंबिकापुर को इस श्रेणी में पहला स्थान मिला है)।
- पाटन नगर पंचायत।
- बिश्रामपुर नगर पंचायत।
इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सभी सात पुरस्कृत नगरीय निकायों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने इसे प्रदेश के नगरीय प्रशासन, स्थानीय निकायों और आम नागरिकों के साझा प्रयासों का परिणाम बताया। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह सफलता अन्य निकायों को भी स्वच्छता के प्रति प्रेरित करेगी और भविष्य में छत्तीसगढ़ के और भी अधिक शहर राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना पाएंगे। उन्होंने जोर दिया कि राज्य में शहरी क्षेत्रों को स्वच्छ, सुंदर और सुविधाजनक बनाने की दिशा में निरंतर नवाचार और प्रयास जारी रहेंगे।
यह राष्ट्रीय सम्मान छत्तीसगढ़ के लिए न केवल गौरव का विषय है, बल्कि यह दर्शाता है कि स्वच्छता अब राज्य में एक जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है।