
राजनांदगांव। नगरीय निकाय चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में अंतर्कलह तेज हो गई है। जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू पर जिला पंचायत चुनाव में अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। साहू ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस से असंतोष जाहिर करते हुए “कांग्रेस मुक्त साहू समाज” की घोषणा कर दी।
चुनाव में गद्दारी का आरोप
भागवत साहू, जो जिला कांग्रेस ग्रामीण और साहू समाज के जिला अध्यक्ष भी हैं, को जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 03 टेड़ेसरा से कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया था। लेकिन चुनाव के दौरान उन्हें पार्टी के भीतर से ही सहयोग नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक दलेश्वर साहू और पूर्व जिला अध्यक्ष नवाज खान ने सुनियोजित तरीके से बागी प्रत्याशी अंगेश्वर देखमुख को जिताने के लिए षड्यंत्र रचा। धनबल और बाहुबल का उपयोग कर कांग्रेस प्रत्याशी को हराने की रणनीति अपनाई गई।
पूर्व सीएम को दी थी जानकारी
भागवत साहू ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को की थी। 3 फरवरी को पत्र भेजकर उचित कार्रवाई की मांग भी की थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बैठकें बुलाकर उन्हें सिर्फ भ्रमित किया गया और बागी प्रत्याशी को परोक्ष रूप से समर्थन दिया गया।
“कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश”
साहू का कहना है कि कांग्रेस के कुछ बड़े नेता साहू समाज के प्रभाव को कमजोर करने और जिले में समांतर संगठन खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को सत्ता और संगठन से दूर रखने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा कि “जब पार्टी नेतृत्व ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने में लगा है, तो मैं इस पद पर रहकर कुछ नहीं कर सकता।”
दिल्ली में हलचल, बड़ा बदलाव संभव?
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई वरिष्ठ नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) में बड़ा बदलाव हो सकता है। कांग्रेस के कई विधायक जल्द ही दिल्ली पहुंच सकते हैं।
पीसीसी चीफ के खिलाफ कुलदीप जुनेजा की बगावत
नगरीय निकाय चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहा कि “मैंने सिर्फ एक टिकट मांगा था, लेकिन मेरी नहीं सुनी गई। निर्दलीय प्रत्याशी आकाश तिवारी अब पार्षद बन गए हैं।” उन्होंने हाईकमान को पत्र लिखकर पीसीसी अध्यक्ष बदलने की मांग उठाई है।
क्या कांग्रेस में जारी रहेगा घमासान?
भागवत साहू का इस्तीफा कांग्रेस में अंदरूनी कलह और गुटबाजी को और उजागर कर रहा है। सवाल उठ रहा है कि क्या यह केवल साहू समाज की नाराजगी है, या कांग्रेस के भीतर एक बड़े सत्ता संघर्ष की आहट? आने वाले दिनों में और इस्तीफे देखने को मिल सकते हैं।