रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी में आयोजित कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के समापन सत्र में मुख्यमंत्री साय ने प्रदेशभर के सभी कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को संबोधित किया। दो दिन तक चली इस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के विभिन्न जिलों में कानून व्यवस्था और विकास योजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई।
समापन सत्र में सीएम साय ने कहा कि, इस कॉन्फ्रेंस में जो चर्चा हुई है, उसका असर जमीन पर दिखना चाहिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध रोकने के लिए बेसिक पुलिसिंग पर ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि छत्तीसगढ़ में शांति और सुरक्षा बनी रहे। सीएम ने जोर देकर कहा कि, “पुलिस के हाथ लोहे की तरह मजबूत और दिल मोम जैसा कोमल होना चाहिए।”
शासन में कलेक्टर-एसपी की अहम भूमिका: सीएम साय ने कलेक्टरों और एसपी को शासन का “आंख, कान और हाथ” बताते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने में उनकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने अवैध शराब, जुआ-सट्टा, और नशाखोरी पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने पर जोर दिया और स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था से जुड़ी शिकायतों के लिए संबंधित एसपी जिम्मेदार होंगे।
शांति और सुरक्षा का संकल्प: मुख्यमंत्री साय ने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे छत्तीसगढ़ को विकसित और सुरक्षित प्रदेश बनाने के लिए संकल्प लें और जमीन पर योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए कानून का पालन सख्ती से होना चाहिए।