रायपुर में कांग्रेस का ईडी दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया।
ईडी दफ्तर का घेराव और झूमाझटकी: मंच से भाषण देने के बाद, कांग्रेस नेता ईडी दफ्तर के घेराव के लिए आगे बढ़े। जब वे पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स के पास पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे दोनों पक्षों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज कार्यकर्ताओं के साथ बैरिकेड्स को पार करने का प्रयास करते नजर आए। कार्यकर्ताओं ने भूपेश बघेल को कंधे पर उठाकर बैरिकेड पार कराने की कोशिश भी की।
रायपुर। पुलिस और कांग्रेसियों के बीच हुई झूमाझटकी. @bhupeshbaghel #Chhattisgarh @INCChhattisgarh @RaipurPoliceCG pic.twitter.com/J8zef8uYMM
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 22, 2024
प्रदर्शन का उद्देश्य: कांग्रेस का यह प्रदर्शन हाल ही में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर किया गया, जिसमें सेबी प्रमुख माधवी बुच पर आरोप लगाए गए थे। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर ईडी की निष्क्रियता और देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी का विरोध जताया। इस दौरान प्रदेश भर के कांग्रेस नेता और पदाधिकारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट और माधवी बुच: हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधवी बुच पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने एक समूह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि रिपोर्ट के प्रकाशित होने के 18 महीने बाद भी वित्तीय अनियमितताओं का मामला बना हुआ था। हालांकि, माधवी बुच ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये आरोप केवल उनके चरित्र हनन का प्रयास हैं।
आने वाले प्रदर्शन: कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को जारी रखते हुए 23 अगस्त को राजभवन मार्च करने और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई है। इसके बाद 24 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों में कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।