छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने शनिवार को बैंकों के ब्रांच मैनेजरों और अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में उन्होंने बैंकों की सुरक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की और साइबर फ्रॉड से पीड़ितों का पैसा वापस दिलाने में पुलिस और बैंकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया।
बैठक में उठाए गए महत्वपूर्ण बिंदु
- बैंक की सुरक्षा और उपकरणों की स्थिति:
- अलार्म, गार्ड, और कैमरों की उचित स्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश।
- बैंकों में गार्ड का सत्यापन और हथियारों की जांच सुनिश्चित करने का सुझाव।
- बैंक परिसर और पार्किंग में पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगाने की आवश्यकता।
- पुलिस और बैंक का समन्वय:
- पुलिस को अपराध से संबंधित जानकारियां तुरंत उपलब्ध कराने की बात की गई ताकि आरोपियों के बारे में शीघ्र जानकारी प्राप्त की जा सके और पीड़ित को राहत प्रदान की जा सके।
- एटीएम बूथ के फुटेजों को तुरंत उपलब्ध कराने का निर्देश।
- सुरक्षा उपायों को सख्त करना:
- संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में नजदीकी पुलिस थाना को सूचित करने की आवश्यकता।
- यदि कोई व्यक्ति चेहरा ढककर बैंक या एटीएम बूथ में प्रवेश करता है तो उसे रोकने के लिए गार्ड को सख्त निर्देश।
- साइबर ठगी और अन्य फ्रॉड मामलों पर चर्चा:
- साइबर ठगों द्वारा डिजिटल ठगी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, पीड़ितों को जल्द से जल्द मदद और जानकारी देने की बात की गई।
- पीड़ितों के पैसे को त्वरित वापस कराने के लिए बैंकों को प्रक्रियाओं को सरल और शीघ्र बनाने के लिए कहा गया।
- फाइनेंशियल और एटीएम ठगी में त्वरित कार्रवाई:
- पुलिस द्वारा ठगों के खातों में गई रकम को तत्काल होल्ड करने और पीड़ितों को बिना जटिल प्रक्रिया के उनका पैसा वापस करने पर चर्चा की गई।