छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बैठक में तकरार, भूपेश बघेल ने साधा निशाना
हालिया चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में हाईप्रोफाइल बैठक की, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू के बीच तीखी बहस देखने को मिली

रायपुर, छत्तीसगढ़। हालिया चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में हाईप्रोफाइल बैठक की, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू के बीच तीखी बहस देखने को मिली। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में हुई इस बैठक में पीसीसी चीफ दीपक बैज के नेतृत्व पर भी चर्चा हुई।
भूपेश बघेल का फायरब्रांड अंदाज
बैठक में भूपेश बघेल ने पार्टी के अनुशासन को लेकर वरिष्ठ नेताओं पर जमकर निशाना साधा। धनेंद्र साहू ने कुंभ पर बयानबाजी को हार का कारण बताया, जिस पर बघेल ने सीधे सवाल दागा, “क्या आप राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ हैं?” उन्होंने साफ किया कि कुंभ पर खड़गे का बयान ही पार्टी लाइन है।
दीपक बैज को लेकर समर्थन
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज पर सवाल उठाए जाने पर भूपेश बघेल ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का हवाला दिया। उन्होंने दो टूक कहा, “बैज को नेतृत्व का जिम्मा हाईकमान ने सौंपा है, और इस पर सवाल उठाना अनुचित है।”
अनुशासनहीनता पर सचिन पायलट की सख्ती
सचिन पायलट ने भी पार्टी अनुशासन को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “अब तक हम कार्रवाई करने में संकोच कर रहे थे, लेकिन अब किसी भी अनुशासनहीनता पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
कांग्रेस का मास कनेक्ट प्रोग्राम
बैठक में पार्टी ने मास कनेक्ट प्रोग्राम शुरू करने का फैसला किया, जिसके तहत:
- ग्रामीण और शहरी इलाकों में बड़े कार्यक्रम होंगे।
- सीनियर नेता जनता से सीधे जुड़ेंगे।
- रिक्त पदों को जल्द भरा जाएगा।
- केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ आंदोलन होगा।
- राज्य सरकार के खिलाफ जनहित के मुद्दों पर कांग्रेस आक्रामक रुख अपनाएगी।
राम मंदिर और अयोध्या का उदाहरण
बैठक में कुंभ को लेकर खड़े विवाद पर भूपेश बघेल ने कहा, “राम मंदिर मुद्दे पर भी कांग्रेस ने पार्टी लाइन तय की थी, फिर भी अयोध्या में गठबंधन ने जीत हासिल की।”