दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: कांग्रेस प्रत्याशी के लापता होने से भाजपा की निर्विरोध जीत

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा, जब नामांकन दाखिल करने से ठीक पहले उसकी प्रत्याशी ऊषा सोनवानी लापता हो गईं। इससे कांग्रेस के नेता उल्टे पांव लौटने को मजबूर हो गए, और भाजपा की उम्मीदवार सरस्वती बंजारे को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया।
कांग्रेस को अपनों ने ही दिया धोखा
दुर्ग जिला पंचायत में कुल 12 सीटें हैं, जिनमें भाजपा के पास 6 सीटें और कांग्रेस के पास 5 सीटें थीं, जबकि 1 सीट भाजपा की बागी प्रिया साहू के पास थी। कांग्रेस ने उपाध्यक्ष पद के लिए देवेन्द्र चंद्रवंशी को उतारा था, लेकिन उनके प्रत्याशी को केवल 4 वोट मिले, क्योंकि ऊषा सोनवानी के न पहुंचने से उनका एक वोट कम हो गया। इस स्थिति का लाभ उठाकर भाजपा के पवन शर्मा को 7 वोटों से जीत मिली।
भाजपा पर बनाया दबाव डालने का आरोप
लापता हुई कांग्रेस प्रत्याशी ऊषा सोनवानी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने पारिवारिक दबाव डालकर उन्हें चुनाव से दूर रहने को मजबूर किया। उन्होंने यह भी बताया कि वे भाजपा विधायक डोमनलाल कोर्सेवाडा से आशीर्वाद लेने गई थीं, जिसके बाद से वे जिला पंचायत नहीं पहुंच सकीं।
कांग्रेस ने पुलिस में कराई शिकायत
इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मल कोसरे ने बताया कि सभी सदस्य रात तक उनके संपर्क में थे और सुबह सीधे जिला पंचायत जाने की योजना थी। लेकिन सुबह होते ही ऊषा सोनवानी अचानक गायब हो गईं। उनके परिवार ने इस संबंध में थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है।