
सुकमा – सुकमा, छत्तीसगढ़: बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बीच, मंगलवार को सुकमा जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली। पांच महिला सदस्यों सहित कुल चौदह नक्सलियों ने हिंसा का मार्ग छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों पर कुल मिलाकर 16 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष इन नक्सलियों ने अपने हथियार डाले और समाज की मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जताई। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय थे और कई नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे थे। इनमें से कुछ लंबे समय से संगठन के साथ जुड़े हुए थे।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में महिला सदस्यों की संख्या भी उल्लेखनीय है, जो नक्सली संगठनों में महिलाओं की सक्रिय भूमिका को दर्शाती है। अधिकारियों ने बताया कि इन नक्सलियों के समर्पण से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को कमजोर करने में मदद मिलेगी।
छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान किए जाएंगे, जिसमें वित्तीय सहायता, कौशल विकास प्रशिक्षण और आवास आदि शामिल हैं। इस नीति का उद्देश्य हिंसा छोड़कर शांतिपूर्ण जीवन जीने के इच्छुक नक्सलियों को एक सम्मानजनक अवसर प्रदान करना है।
इस अवसर पर पुलिस अधिकारियों ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से बातचीत की और उन्हें सरकार की पुनर्वास योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि जो अन्य नक्सली अभी भी हिंसा का रास्ता अपनाए हुए हैं, उन्हें भी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट आना चाहिए।
बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान लगातार जारी है और इस तरह के समर्पण सुरक्षा बलों के मनोबल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह घटना क्षेत्र में शांति और विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।