भिलाई स्टील प्लांट में आग से करोड़ों का नुकसान, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
भिलाई स्टील प्लांट में आग से करोड़ों का नुकसान, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

DURG NEWS – भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में आज एक बार फिर से भयंकर आग लगने की घटना सामने आई है, जिससे प्रबंधन को करोड़ों का नुकसान हुआ है। यह घटना सुबह 6 बजे के आसपास घटी, जब कोकोवन डिपार्टमेंट के कन्वेयर बेल्ट नंबर 4 में अचानक आग लग गई। इस आग के कारण कन्वेयर बेल्ट का 70-80 मीटर लंबा हिस्सा जलकर राख हो गया। आग इतनी भयंकर थी कि इसे बुझाने के लिए बीएसपी दमकल विभाग को पानी की पांच गाड़ियां भेजनी पड़ी। करीब 3 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद दमकल विभाग के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया।
आग के कारण और सुरक्षा की कमजोरियां –
प्रारंभिक जांच से यह सामने आया कि आग का कारण कोयले के जलने के बाद ठंडा करने की प्रक्रिया के दौरान हुई लापरवाही थी। इस प्रक्रिया में नेप्था लिक्विड का छिड़काव किया जाता है, जिससे आग फैलने की संभावना रहती है। माना जा रहा है कि नाइट शिफ्ट के कर्मचारियों द्वारा की गई लापरवाही के कारण यह घटना घटी। कर्मचारियों ने समय रहते आग पर काबू नहीं पाया, जिससे आग ने अधिक फैलाव लिया और नुकसान बढ़ा।
प्रबंधन की जिम्मेदारी –
इस घटना ने बीएसपी प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं। पिछले कुछ समय में भिलाई स्टील प्लांट में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे यह साफ होता है कि सुरक्षा मानकों को सही तरीके से लागू नहीं किया जा रहा। यह भी सामने आया कि प्रबंधन ने घटना को छुपाने की कोशिश की, जैसे पहले भी कई बार ऐसा हुआ है। हालांकि, बाद में मीडिया के दबाव में प्रबंधन ने घटना की जानकारी दी।
कर्मचारियों की सुरक्षा पर असर –
इस आग की घटना में कर्मचारियों की जान जोखिम में पड़ी, लेकिन सौभाग्यवश कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, इस प्रकार की घटनाएं कर्मचारियों में सुरक्षा के प्रति डर और तनाव पैदा कर रही हैं। यह स्थिति कर्मचारियों के मनोबल को भी प्रभावित कर सकती है और उत्पादन प्रक्रिया को भी रुकावटों का सामना करना पड़ता है।
इस आग की घटना से बीएसपी प्रबंधन को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। कन्वेयर बेल्ट के जलने से उत्पादन प्रक्रिया में बाधा आई, जिसके कारण व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुईं। अब, प्रबंधन को सुरक्षा उपायों में सुधार करना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
आखिरकार, भिलाई स्टील प्लांट को इस घटना से सीख लेकर अपनी सुरक्षा नीति में सुधार करना चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।