बीजापुर जिले के धनोरा स्थित माता रुक्मिणी बालिका आश्रम में पनीर खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है, जिसमें एक बच्ची की मौत हो गई और 34 बच्चियां बीमार हो गईं। इनमें से नौ बच्चियों की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें पीआईसीयू में भर्ती कराया गया है।
इस घटना के बाद माता रुक्मणि सेवा संस्थान ने एक्शन लेते हुए आश्रम की अधीक्षिका को सस्पेंड कर दिया।
घटना का विवरण
रविवार की शाम आश्रम में बच्चों को पनीर मटर की सब्जी परोसी गई, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। सोमवार सुबह तक उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत बढ़ गई। 34 बच्चियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो को मेडिकल कॉलेज, जगदलपुर भेजा गया। इस दौरान, एक बच्ची ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
संस्थापक और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
माता रुक्मिणी सेवा संस्थान के संस्थापक धर्मपाल सैनी ने घटना पर दुख जताते हुए बीजापुर अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हालचाल लिया। सिविल सर्जन डॉ. रत्ना ठाकुर ने बताया कि जांच के लिए एफएसएल की टीम ने सैंपल मेडिकल कॉलेज, जगदलपुर भेजे हैं।
खाद्य विभाग पर सवाल
इस घटना ने खाद्य सुरक्षा की कमजोरियों को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन और खाद्य विभाग की उदासीनता के चलते स्कूलों और आश्रमों में पढ़ने वाले बच्चों की जान पर खतरा मंडरा रहा है।