वन विभाग की बड़ी कार्रवाई: लाखों की सागौन लकड़ी जब्त, अवैध फर्नीचर निर्माण पर रोक
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में वन विभाग ने अवैध रूप से सागौन लकड़ी से फर्नीचर निर्माण कर रहे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की है।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में वन विभाग ने अवैध रूप से सागौन लकड़ी से फर्नीचर निर्माण कर रहे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की है। वन विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान लाखों की सागौन लकड़ी जब्त की, जो अवैध रूप से फर्नीचर निर्माण के लिए उपयोग की जा रही थी।
सूचना के आधार पर छापेमारी:
वन विभाग को यह जानकारी मिली थी कि बीजापुर के आवापल्ली क्षेत्र में कुछ लोग अवैध रूप से सागौन लकड़ी से फर्नीचर का निर्माण कर रहे हैं। इसके बाद विभाग ने सर्च वारंट जारी कर कार्रवाई की। वन परिक्षेत्र अधिकारी घनश्याम भगत की अगुवाई में टीम ने आवापल्ली निवासी कटला वेक्टेश के घर छापा मारा, जहां से बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी और चिरान बरामद हुए।
जब्त की गई लकड़ी की जानकारी:
कार्रवाई के दौरान कुल 0.252 घनमीटर सागौन लकड़ी के चार लट्ठे और 0.657 घनमीटर के 190 नग चिरान जब्त किए गए। इसके अलावा रमेश तानराज और रामबाबू शर्मा के घरों से भी बड़ी मात्रा में अवैध सागौन चिरान बरामद की गई।
वन परिक्षेत्र अधिकारी का बयान:
घनश्याम भगत ने बताया कि पकड़ी गई सागौन लकड़ी की कुल कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये है। यह कार्रवाई वन मंडलाधिकारी और उप वन मंडलाधिकारी के निर्देशन में की गई। जब्त किए गए लकड़ी और अन्य सामग्री को वन अधिनियम 1969 की धारा 5 (1) (ग) और छत्तीसगढ़ काष्ठ चिरान अधिनियम 1984 के तहत दर्ज किया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है।
अवैध गतिविधियों पर सख्त कदम:
वन विभाग द्वारा की गई यह कार्रवाई अवैध रूप से हो रहे वन उत्पाद व्यापार को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि वन अपराधियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।