होटल मैनेजमेंट के कोर्स से गैंगस्टर तक; कौन है UK में बसा कपिल सांगवान, जिसने नफे सिंह राठी को मरवा डाला?…
इंडियन नेशनल लोकदल के हरियाणा चीफ नफे सिंह राठी की हत्या में गैंगस्टर कपिल सांगवान की भूमिका की जांच हो रही है।
पुलिस यूके में बसे इस गैंगस्टर के रोल का पता लगा रही है। इस घटना में नफे सिंह राठी के सहायक और नेता जय किशन की भी हत्या कर दी गई थी।
झज्जर के बहादुरगढ़ में हुई इस घटना से हर कोई हैरान है और हरियाणा की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस बीच यूके में रह रहे गैंगस्टर कपिल सांगवना उर्फ नंदू के जिम्मेदारी लेने से इस मामले में चिंताएं और बढ़ गई हैं।
यही नहीं लोग यह भी जानना चाहते हैं कि आखिर यूके में बैठकर हरियाणा तक खूंखार घटनाओं को अंजाम दे रहा कपिल सांगवान आखिर कौन है…
कपिल सांगवान दिल्ली के नजफगढ़ का रहने वाला है और महज 32 साल का ही है। उसके खिलाफ भारत में मर्डर, हत्या के प्रयास, फिरौती, लूट और आर्म्स ऐक्ट समेत 18 मामले दर्ज हैं।
ये केस सांगवान पर राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा में दर्ज हैं। होटल मैनेजमेंट का कोर्स बीच में छोड़कर कपिल सांगवान अपराध की दुनिया में चला गया था।
वह हरियाणा के ही मानेसर के एक कॉलेज से पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने कपिल सांगवान की गिरफ्तारी पर 2 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है।
आखिर नफे सिंह से क्या थी सांगवान की रंजिश?
कपिल सांगवना ने बुधवार को ही नफे सिंह राठी की हत्या कराने की जिम्मेदारी ली थी। उसने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी थी। सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार नफे सिंह राठी का याराना कपिल सांगवान के प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर मनजीत महल से था।
इसी के चलते कपिल सांगवान खफा था और उसने नफे सिंह राठी की हत्या करा दी। हरियाणा पुलिस फिलहाल पोस्ट को वेरिफाई कर रही है।
कहा जाता है कि मनजीत ने सांगवान के एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी। उसके बाद से ही दोनों की रंजिश चल रही है। फिर 2017 में सांगवान ने मनजीत के पिता श्रीकृष्ण की हत्या कर दी थी। उसके बाद से यह रंजिश और बढ़ी है।
नफे सिंह राठी पर भी लगाया गुंडागर्दी का आरोप
कपिल सांगवान ने सोशल मीडिया पर बताया कि नफे सिंह राठी ने मनजीत महल की मदद की थी, तभी उसके रिश्तेदार सुनील की हत्या हुई थी।
कपिल सांगवान ने धमकी देते हुए अंदाज में कहा कि जो भी मेरे दुश्मनों का समर्थन करेगा, उसे अंजाम भुगतना होगा। बहादुरगढ़ जानता है कि नफे सिंह राठी जब सत्ता में था तो उसने कई लोगों का अपहरण किया और हत्याएं कीं।
उसकी सत्ता के आगे कोई बोल नहीं पाता था। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार कपिल सांगवान का बड़ा भाई ज्योति प्रकाश उर्फ बाबा ने कपिल से कहा था कि वह बदला ले। उसके ही आदेश पर यह कांड हुआ।
पेरोल पर निकला तो UK भाग गया कपिल सांगवान
कपिल सांगवान 2014 में पहली बार जेल गया था। उस पर फिरौती का केस दर्ज हुआ था। इसी साल उस पर लूट का भी केस हुआ था। सांगवान को फिर राजस्थान में 2016 में अरेस्ट किया गया था।
इसके बाद 2019 में सांगवान के खिलाफ मकोका का केस दर्ज हुआ था। 2020 में वह जब पेरोल पर जेल से निकला तो यूके ही भाग गया।
एक पुलिस सूत्र ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट बनवाकर सांगवान पहले थाइलैंड गया था, फिर दुबई निकल गया और बाद में वहीं से यूके चला गया।