Ganpati Sthapana 2024: बप्पा को चित्रा-स्वाति की साक्षी और ब्रह्म योग में स्थापित करें
Ganpati Sthapana 2024: बप्पा को चित्रा-स्वाति की साक्षी और ब्रह्म योग में स्थापित करें
Ganpati Sthapana 2024:-
आज भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जिस दिन प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश पार्थिव को विराजित किया जाएगा. चित्रा-स्वाति की साक्षी और ब्रह्म योग में गणराज को विराजित किया जाएगा।
इसके बाद दस दिन का गणेशोत्सव शुरू होगा। दस दिनों के दौरान हर हिंदू घर में गणेशजी की पार्थिव प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
यह चतुर्थी, जिसे कलंक चतुर्थी भी कहते हैं, चंद्रदर्शन करना वर्जित है। यदि इस दिन चंद्रमा का दर्शन कर लिया तो उस पर झूठा आरोप लगता है।
आज स्वाति नक्षत्र लगेगा और चित्रा नक्षत्र दोपहर 12:33 बजे तक रहेगा। ब्रह्म योग रात्रि 11:15 बजे तक चलेगा। चतुर्थी तिथि को सायं 5:37 बजे तक रहेगा।
गणपति की स्थापना शुभ मुहूर्त में षोडशोपचार पूजन से की जानी चाहिए। उसमें आवाहन, प्रतिष्ठापन-आसन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, यज्ञोपवीत, गंध, अक्षत, पुष्प-दूर्वांकुर, धूप, दीप, नैवद्य, तांबूल और नीराजन-विसर्जन शामिल हैं।
गणपति स्थापना मुहूर्त 2024 (Ganpati Sthapana Muhurat 2024) चतुर्थी तिथि प्रारंभ : 6 सितंबर को दोप 3:01 चतुर्थी तिथि पूर्ण : 7 सितंबर को सायं 5:37
गणपति स्थापना मुहूर्त 2024 (Ganpati Sthapana Muhurat 2024)
चतुर्थी तिथि प्रारंभ : 6 सितंबर को दोप 3:01
चतुर्थी तिथि पूर्ण : 7 सितंबर को सायं 5:37