गूगल का बड़ा कदम: ‘दुरुपयोग के उच्च जोखिम’ का हवाला देते हुए ICE-ट्रैकिंग ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाया

नई दिल्ली/सैन फ्रांसिस्को: दिग्गज टेक कंपनी गूगल (Google) ने संयुक्त राज्य अमेरिका में ICE (यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट) एजेंटों के ठिकानों को ट्रैक करने की सुविधा देने वाले ऐप्स को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है। यह कार्रवाई ऐप्पल (Apple) द्वारा एक समान ऐप ‘ICEBlock’ को ऐप स्टोर से हटाने के ठीक एक दिन बाद की गई है।

गूगल ने ‘रेड डॉट’ (Red Dot) नामक ऐप को हटाने की पुष्टि करते हुए कहा कि उसका निर्णय उन नीतियों पर आधारित था जो ‘दुरुपयोग के उच्च जोखिम’ (High Risk of Abuse) वाली सामग्री और ‘कमजोर समूहों’ (Vulnerable Groups) के स्थानों को साझा करने की अनुमति नहीं देती हैं।

क्या थे ये ऐप्स?

‘रेड डॉट’ और ‘ICEBlock’ जैसे ये ऐप्स उपयोगकर्ताओं को यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) एजेंटों की गतिविधियों को गुमनाम रूप से रिपोर्ट करने और आसपास के क्षेत्रों में उनकी मौजूदगी के अलर्ट देखने की अनुमति देते थे। ये उपकरण उन लोगों के लिए सुरक्षा उपकरण के रूप में कार्य करते थे जो अप्रवास प्रवर्तन से चिंतित थे।

गूगल ने अपने एक बयान में स्पष्ट किया कि वह ऐसे ऐप्स को हटाता है जो ‘कमजोर समूहों’ के स्थान साझा करने में सहायता करते हैं। वहीं, ऐप्पल ने कथित तौर पर ट्रंप प्रशासन के दबाव के बाद अपना ऐप हटाया था, जिसने कानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी।

इन ऐप्स को हटाने के बाद प्रौद्योगिकी की भूमिका, सरकारी निगरानी और नागरिक स्वतंत्रता के अधिकारों को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। जहां इन ऐप्स के आलोचकों का तर्क था कि ये कानून प्रवर्तन अधिकारियों को खतरे में डाल सकते हैं, वहीं समर्थकों ने इन्हें समुदाय की जागरूकता और सुरक्षा के लिए एक आवश्यक उपकरण बताया था।

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