
भारत सरकार द्वारा चलाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक राहत अभियान नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और तेज़ कूटनीतिक कार्रवाई का बेहतरीन उदाहरण बन गया है। इस ऑपरेशन के तहत विदेश में फंसी भारतीय महिलाओं को सुरक्षित स्वदेश लाने में जो सफलता मिली, उसने देशभर में गर्व की लहर दौड़ा दी।
सबसे खास बात यह रही कि इस मुद्दे पर केवल केंद्र सरकार ही नहीं, बल्कि विपक्षी दलों ने भी एक सुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय और कार्यशैली की खुले दिल से तारीफ़ की। सभी दलों के नेताओं ने कहा कि इस प्रकार की पहलें न केवल मानवता की सेवा हैं, बल्कि यह भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी मजबूत करती हैं। कई वरिष्ठ नेताओं ने यहां तक कहा, “हम दिल और आत्मा से प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं।”
राजनीतिक मतभेदों को पीछे छोड़ते हुए यह दिखाया गया कि जब बात भारत के नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान की आती है, तो पूरा देश एकजुट खड़ा होता है। यह अभियान भारतीय नेतृत्व की दृढ़ता, त्वरित निर्णय क्षमता और कूटनीतिक कौशल का एक उदाहरण बन गया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की यह सफलता एक संदेश भी है — कि भारत अपने नागरिकों की रक्षा के लिए दुनिया के किसी भी कोने तक जा सकता है। इससे यह भी साबित होता है कि सरकार नारी सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।