रायपुर में ‘स्त्री 2’ थीम पर आधारित होलिका: क्रिएटिविटी का नया आयाम-
रायपुर में 'स्त्री 2' थीम पर आधारित होलिका: क्रिएटिविटी का नया आयाम

रायपुर, 13 मार्च 2025 – होली के पावन पर्व पर राजधानी रायपुर में इस वर्ष एक अनोखी पहल देखने को मिली है। शहर के कालीबाड़ी चौक पर ‘स्त्री 2’ फिल्म की थीम पर आधारित होलिका की मूर्ति स्थापित की गई है, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
‘ओ स्त्री कल आना’ थीम की प्रस्तुति –
मूर्तिकारों ने ‘ओ स्त्री कल आना’ थीम को मूर्त रूप देते हुए होलिका की प्रतिमा के पास फिल्म के प्रसिद्ध पात्र ‘सरकटा’ की प्रतिमा भी बनाई है। यह अनोखी प्रस्तुति स्थानीय जनता के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग बड़ी संख्या में इसे देखने आ रहे हैं।
पुजारी मूर्तिकार बंधुओं की क्रिएटिविटी –
इस विशेष मूर्ति को पुजारी मूर्तिकार बंधुओं ने तैयार किया है, जो पिछले 15 वर्षों से विभिन्न थीम पर आधारित मूर्तियाँ बनाते आ रहे हैं। मूर्तिकार राकेश पुजारी ने बताया कि इस बार ‘स्त्री 2’ फिल्म का ट्रेंड काफी लोकप्रिय है, इसलिए उन्होंने इस थीम पर सरकटा के रूप में होलिका दहन के लिए मूर्ति बनाई है। अब तक राजधानी रायपुर में 20 से ज्यादा मूर्तियाँ उन्होंने बेची हैं, और इस बार शहर में विभिन्न थीम की मूर्तियाँ देखने को मिलेंगी, जो काफी आकर्षक रहेंगी।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त –
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस वर्ष होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च को रात्रि 10:44 बजे के बाद है। शहर में विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन की तैयारियाँ जोरों पर हैं, और लोग इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए उत्सुक हैं।
शहरवासियों की प्रतिक्रिया –
शहरवासियों ने इस अनोखी पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि इस प्रकार की क्रिएटिविटी से त्योहारों में नई ऊर्जा का संचार होता है और लोग परंपरागत उत्सवों का आनंद आधुनिक तरीकों से ले सकते हैं। कई लोगों ने मूर्तिकारों की इस रचनात्मकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शहर की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करने में सहायक है।
सुरक्षा और व्यवस्था –
नगर निगम और स्थानीय प्रशासन ने होलिका दहन के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई और सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अलावा, दमकल विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है।
आगे की योजनाएँ –
पुजारी मूर्तिकार बंधु भविष्य में भी इस प्रकार की थीम आधारित मूर्तियों का निर्माण जारी रखने की योजना बना रहे हैं। उनका मानना है कि इस प्रकार की क्रिएटिविटी से न केवल उनकी कला को पहचान मिलती है, बल्कि शहर की सांस्कृतिक पहचान भी मजबूत होती है।
रायपुर में ‘स्त्री 2’ थीम पर आधारित होलिका की मूर्ति ने इस वर्ष होली के उत्सव में एक नया आयाम जोड़ा है। मूर्तिकारों की इस क्रिएटिविटी ने न केवल स्थानीय जनता का ध्यान आकर्षित किया है, बल्कि शहर की सांस्कृतिक धरोहर को भी समृद्ध किया है। इस प्रकार की पहलें भविष्य में भी त्योहारों को और अधिक रंगीन और आकर्षक बनाने में सहायक होंगी।