बैराज के खिलाफ बढ़ा विरोध: सर्वेक्षण शुरू होते ही 12 गांव के किसान उतरे विरोध में
कवर्धा जिले में प्रस्तावित बांध के खिलाफ किसानों ने विरोध शुरू कर दिया है, जैसे ही बांध के निर्माण के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू हुआ। किसानों का कहना है कि बांध बनने से उनकी ज़मीन डूब सकती है, जिससे उनका जीवन और आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी।
कवर्धा: छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में किसानों ने प्रस्तावित बांध के निर्माण के खिलाफ आवाज उठाई है। उनका कहना है कि बांध बनने से आस-पास के 12 गांव डूब जाएंगे, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होगा। इस वजह से वे बांध को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। दर्जनों गांवों के किसानों ने हाल ही में कलेक्टर से अपील की है कि बांध का निर्माण ना किया जाए।
पंडरिया विकासखण्ड के खाम्ही बकेला में बांध के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू हो गया है। लेकिन सर्वेक्षण शुरू होते ही आसपास के किसानों ने इसका विरोध किया। गुरुवार को खाम्ही बकेला समेत दर्जनों गांवों के किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और बांध के निर्माण को रद्द करने की मांग की। उनका कहना है कि इससे न केवल उन्हें आर्थिक नुकसान होगा बल्कि उनके जीवन यापन में भी कठिनाई आएगी।
लगभग 10,000 किसानों की ज़मीन डूबने का खतरा
किसानों के मुताबिक, बांध बनने से लगभग 10,000 किसानों की ज़मीन डूब जाएगी। हालांकि, बकेला में एक स्टॉप डेम बनाने पर किसानों ने कोई आपत्ति नहीं जताई है, और सभी किसान इससे सहमत हैं। मुरघुसरी के सरपंच हिरू सिंह मरकाम ने बताया कि बकेला में पहले से एक स्टॉप डेम बना हुआ है, जिससे किसानों को पानी की आपूर्ति हो रही है।