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भारत बंद: विभिन्न राज्यों में दिखा असर
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के आरक्षण में क्रीमीलेयर पर दिए गए फैसले के खिलाफ आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने इस बंद का समर्थन किया है।
प्रमुख घटनाएँ:
- पटना-आरा: बिहार के पटना और आरा में ट्रेनें रोकी गई हैं। आरा रेलवे स्टेशन पर चक्का जाम किया गया है।
- झारखंड के गिरिडीह: गिरिडीह में भारत बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं, जिससे वाहनों का परिचालन प्रभावित हुआ है।
- जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में भारत बंद का असर पूरी तरह से दिखाई दे रहा है। सभी दुकानें बंद हैं और सड़कों पर भीड़ नहीं है। 13 जिलों में स्कूल, कॉलेज, और कोचिंग संस्थान बंद हैं।
- सहरसा: बिहार के सहरसा में भी भारत बंद का असर देखा जा रहा है। बंद समर्थक सड़क पर उतर आए हैं और सड़क जाम कर दी है।
- रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ में NH-33 रांची-पटना मुख्य मार्ग जाम कर दिया गया है। प्रदर्शनकारी सड़क पर लेटकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
- दिल्ली: दिल्ली में भारत बंद का असर देखने को नहीं मिलेगा। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के मुताबिक, दिल्ली के सभी बाजार खुले रहेंगे और औद्योगिक क्षेत्र भी सामान्य रूप से काम करेगा।
भारत बंद के मुख्य कारण:
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के बीच क्रीमीलेयर की श्रेणियां बनाने की अनुमति दी है। इस फैसले के खिलाफ दलित और आदिवासी संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। इन संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताया है और इसे वापस लेने की मांग की है।
NACDAOR की मांगें:
- SC, ST और OBC के लिए न्याय और समानता की मांग।
- संसद के नए अधिनियम के अधिनियमन की मांग।
- सरकारी सेवाओं में SC/ST/OBC कर्मचारियों के जाति-आधारित डेटा को जारी करने की मांग।
- भारतीय न्यायिक सेवा की स्थापना की मांग।
राजनीतिक समर्थन:
- बसपा और आरजेडी ने भारत बंद का समर्थन किया है।
- सपा ने भी इस बंद को समर्थन दिया है और इसे आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन बताया है।
- भीम आर्मी और आदिवासी पार्टी भी इस बंद का समर्थन कर रहे हैं।