सीएसवीटीयू कुलपति पद के लिए साक्षात्कार स्थगित, इन 11 नामों पर थी मुहर
सीएसवीटीयू कुलपति पद के लिए साक्षात्कार स्थगित, इन 11 नामों पर थी मुहर

भिलाई, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU) को जल्द ही नया कुलपति मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब कुलपति पद के लिए होने वाले साक्षात्कार को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। शुक्रवार, 11 जुलाई को इन साक्षात्कारों का आयोजन होना था, जिसमें 11 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। हालाँकि, इन्हें किसी अज्ञात कारणवश टाल दिया गया है।
चयन प्रक्रिया और विलंब
सीएसवीटीयू के कुलपति का पद पिछले लगभग आठ महीनों से रिक्त था, जिससे कई नीतिगत फैसले अटके हुए थे। राजभवन ने इस प्रक्रिया को गति देने का प्रयास किया और नए कुलपति के चयन के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। कुल 43 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 11 उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था। इस प्रक्रिया को जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में पूरा होने की उम्मीद थी।
शीर्ष दावेदार और शॉर्टलिस्ट किए गए नाम
साक्षात्कार के लिए जिन 11 नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, उनमें राज्य और राज्य के बाहर के कई प्रतिष्ठित प्रोफेसर और शिक्षाविद शामिल हैं। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, कुछ प्रमुख नाम जो शीर्ष प्राथमिकता सूची में माने जा रहे थे, वे इस प्रकार हैं:
- डॉ. आरके सिंह: उत्तराखंड के बिपिन त्रिपाठी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर।
- प्रोफेसर राम नारायण खरे: अंबिकापुर में सीएसवीटीयू के संघटक कॉलेज के डायरेक्टर।
- प्रोफेसर एमएल अग्रवाल: तकनीकी शिक्षा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर।
- प्रो. अनिल तिवारी: एनआईटी रायपुर से।
- प्रो. राजेश त्रिपाठी: एनआईटी रायपुर से।
इसके अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ से डॉ. समीर वाजपेयी (एनआईटी रायपुर), डॉ. आरएन खरे, डॉ. सूर्यप्रताप शुक्ला, जगदलपुर शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एके दुबे, बिलासपुर इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्राचार्य बीएस चावला और भिलाई के डॉ. पीबी देशमुख के नाम भी चर्चा में थे।
कुलपति चयन प्रक्रिया का महत्व
सीएसवीटीयू छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण तकनीकी विश्वविद्यालय है, और कुलपति की अनुपस्थिति के कारण इसके कई प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहे थे। एक स्थायी कुलपति की नियुक्ति से विश्वविद्यालय के विकास कार्यों, नई भर्ती प्रक्रियाओं और नीतिगत निर्णयों को गति मिलेगी।
राजभवन और राज्य सरकार मिलकर नए कुलपति के नाम पर अंतिम मुहर लगाएंगे। आमतौर पर, मुख्यमंत्री और कुलाधिपति (राज्यपाल) एक साथ बैठकर समिति द्वारा सुझाए गए योग्य उम्मीदवारों के पैनल पर चर्चा करते हैं और अंतिम निर्णय लेते हैं।
साक्षात्कार के स्थगन के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही नई तिथि घोषित की जाएगी और सीएसवीटीयू को उसका नया नेतृत्व मिलेगा।