रायपुर: कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर में तीसरी राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद (NEYP)-2025 के लिए विद्यार्थियों के चयन हेतु स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट (SFD) के सहयोग से भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के माध्यम से दस विद्यार्थियों का चयन किया गया।
स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट के स्टेट को-कन्वीनर चंचल चौबे ने विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि आज जलवायु परिवर्तन हमारी सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। युवाओं के पास न केवल इसे समझने बल्कि इसे हल करने के लिए कदम उठाने का सामर्थ्य है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को जागरूक बनाना और पर्यावरण संरक्षण में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है।
इस अवसर पर स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट के रायपुर महानगर के संयोजक सूजल गुप्ता ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन और बढ़ता प्रदूषण हमें एक बड़े संकट की ओर ले जा रहा है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए हमें सतर्कता और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स फॉर डेवलपमेंट जल, जंगल, जमीन, जन- जानवर के संरक्षण पर विगत कई वर्षों से कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नरेन्द्र त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यावरण संरक्षण महज एक सामाजिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे को देखते हुए हमें जागरूकता के साथ-साथ ठोस समाधान की ओर भी ध्यान देना होगा। युवा पीढ़ी इसमें अग्रणी भूमिका निभा सकती है। ऐसे कार्यक्रम छात्रों को न केवल गंभीर मुद्दे को समझने का मौका देते हैं, बल्कि उनके विचारों को मंच प्रदान करते हैं।
चयनित विद्यार्थी के नाम हैं – सुयश साहू, हुनेश्वरी सिन्हा, किरण, स्वाति, सुरेश साहू, खुशबू वर्मा, दीप्ति वर्मा, जानकी वर्मा, अनमोल तिवारी, ख़ुशी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्राध्यापक पंकज नयन पाण्डेय, डॉ. राजेंद्र मोहंती, डॉ. आशुतोष मंडावी, डॉ. नृपेन्द्र शर्मा, शैलेन्द्र खंडेलवाल समेत शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।