छत्तीसगढ़: स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में फंड की कमी, परीक्षाओं के दौरान बदहाली उजागर
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के दौरान स्वामी आत्मानंद विद्यालयों की बदहाली सामने आ रही है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के दौरान स्वामी आत्मानंद विद्यालयों की बदहाली सामने आ रही है। फंड की कमी के चलते विद्यालयों में मरम्मत कार्य नहीं हो सके, जिससे उखड़े प्लास्टर, टूटे बेंच और खराब ब्लैकबोर्ड जैसी समस्याएं बनी हुई हैं।
80 हजार की किस्त के बाद अनुदान नहीं मिला
पूर्व में आत्मानंद विद्यालयों को 5 लाख रुपये वार्षिक अनुदान मिलता था, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद इस वर्ष केवल 80 हजार रुपये की पहली किस्त जारी की गई। इसके बाद जनवरी में 1 लाख रुपये अतिरिक्त मिले, जो बिजली बिल, चॉक-डस्टर और अन्य आवश्यक खर्चों में खर्च हो गए।
निरीक्षण में सामने आई बदहाली
हाल ही में माध्यमिक शिक्षा मंडल की निरीक्षण टीम ने नरहदा स्थित स्वामी आत्मानंद विद्यालय का दौरा किया, जहां प्लास्टर उखड़ा मिला और टाइल्स क्षतिग्रस्त थे। जब टीम ने इस पर सवाल किया तो स्कूल प्रबंधन ने फंड की कमी का हवाला दिया।
वॉशरूम और अन्य सुविधाओं की कमी
कई विद्यालयों में वॉशरूम की स्थिति दयनीय है, जिससे छात्रों को परेशानी हो रही है। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान भी मूलभूत सुविधाएं न होने की शिकायतें मिली हैं।
वार्षिकोत्सव भी प्रभावित
फंड की कमी के कारण 80 प्रतिशत स्कूलों में वार्षिकोत्सव आयोजित नहीं हो सका। जिन स्कूलों में आयोजन हुआ, वहां भी शिक्षकों ने स्वयं फंड जुटाकर छोटे स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए।
प्राचार्यों की मांग – फीस लेने की अनुमति दें
स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में फीस नहीं ली जाती, जिससे स्कूल प्रबंधन के सामने आर्थिक संकट है। कई जिलों के प्राचार्यों ने जिला शिक्षा कार्यालय को फीस लेने की अनुमति देने के लिए पत्र लिखा है, ताकि मूलभूत सुविधाओं को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
सरकार से उम्मीदें
विद्यालय प्रशासन ने सरकार से शीघ्र अनुदान जारी करने की मांग की है, ताकि बोर्ड परीक्षाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकें और छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।