50 साल से शरद पवार को ढो रहा महाराष्ट्र, अमित शाह ने 5 साल का ही मांगा हिसाब-किताब…
केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने मंगलवार को एनसीपी संस्थापक शरद पवार पर तीखा हमला बोला और कहा कि पिछले 50 साल से महाराष्ट्र की जनता उनको ढो रही है और बर्दाश्त कर रही है।
जलगांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी पिछले 10 साल से केंद्र की सरकार चला रहे हैं, जो उपलब्धियों से भरी है लेकिन शरद पवार को पिछले 50 सालों से महाराष्ट्र की जनता बर्दाश्त कर रही है। शाह ने कहा कि 50 साल छोड़िए, आप सिर्फ पांच साल का हिसाब दे दीजिए।
शाह ने महाविकास अघाड़ी में शामिल उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा और कहा कि आज वह उनकी गोदी में जा बैठे हैं, जो हमेशा बालासाहब ठाकरे और उनकी नीतियों का विरोध करते थे।
इसके साथ ही शाह ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में शामिल दलों पर ‘वंशवाद को बढ़ावा देने’ का आरोप लगाया और युवाओं से उन लोगों को वोट देने का आग्रह किया जो लोकतंत्र को मजबूत करेंगे। उन्होंने पूछा कि जो दल अपने संगठनों के भीतर “परिवारवाद” को बढ़ावा देते हैं, वे देश के लोकतंत्र को कैसे मजबूत कर सकते हैं।
शाह ने कहा कि भाजपा को एक वोट देने का मतलब ‘भारत के लिए’ और नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट देना है। उन्होंने कहा कि भाजपा को वोट देने का मतलब युवाओं के शानदार भविष्य के लिए मतदान करना है।
शाह ने कहा, ‘‘(प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी एक व्यक्ति को चंद्रमा पर भेजने की कोशिश कर रहे हैं, और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल को 20वीं बार लॉन्च करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने 19 बार कोशिश की, लेकिन वह कभी उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने में सफल नहीं हुईं।”
उन्होंने कहा. “सोनिया, राहुल को प्रधानमंत्री बनाने की कोशिश कर रही हैं, उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, शरद पवार अपनी बेटी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, ममता दीदी अपने भतीजे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती हैं, और एमके स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।’’ शाह ने आरोप लगाया कि मोदी का विरोध करने वाले ‘इंडिया’ के सहयोगी दल वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देते हैं।
शाह ने शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को पिछली महा विकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल का हिसाब देने की चुनौती दी और आरोप लगाया कि 2004 से 2014 तक यूपीए शासन के दौरान महाराष्ट्र को केवल 1,91,000 हजार करोड़ रुपये मिले।
दूसरी ओर, जब 2014 में एनडीए सरकार केंद्र में सत्ता में आई, तब से आज तक राज्य को 7,15,890 हजार करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने बताया।कि राज्य में 8,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं।
उन्होंने पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई कई कल्याणकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और दावा किया कि मोदी सरकार ने पिछली सरकारों की तुलना में बहुत काम किया है।