मनेन्द्रगढ़ में शराब दुकानों में खुलेआम शराबखोरी
मनेन्द्रगढ़ के शराब दुकानों में खुलेआम शराब परोसा जा रहा है, शिकायत के बावजूद पुलिस और आबकारी विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। पढ़ें इस मुद्दे पर लोगों के सवाल और पूर्व विधायक का बयान
मनेन्द्रगढ़, छत्तीसगढ़: मनेन्द्रगढ़ के शराब दुकानों में प्रतिबंध के बावजूद खुलेआम शराब परोसा जा रहा है, जिससे यहां की महिलाओं को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय आबकारी विभाग और पुलिस ने इस मामले की शिकायत के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, और दुकानदारों की मनमानी जारी है।
खुलेआम शराब परोसने की समस्या
मनेन्द्रगढ़ के खोंगापानी नगर पंचायत क्षेत्र में स्थित देशी शराब दुकानों पर इस समय प्रतिबंध के बावजूद शराब की बिक्री की जा रही है। इन दुकानों पर न केवल शराब बेची जा रही है, बल्कि यहां के कर्मचारियों द्वारा शराब पीने की सुविधा भी प्रदान की जा रही है, जो महिलाओं और बच्चों के लिए असुविधाजनक बन रहा है। दुकान पर खाने-पीने की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं, जिससे यह स्थान शराबियों का अड्डा बन गया है।
शिकायतों के बावजूद कार्रवाई का अभाव
स्थानीय नागरिकों ने इस अनियमितता की शिकायत आबकारी विभाग और पुलिस अधिकारियों से कई बार की, लेकिन कार्रवाई की बजाय इन शिकायतों पर नजरअंदाजी की जा रही है। इससे लोगों में प्रशासन के प्रति गहरी नाराजगी देखी जा रही है। लोग यह मानते हैं कि पुलिस को इन दुकानों के बारे में पूरी जानकारी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पूर्व विधायक गुलाब कमरो का बयान
वायरल हुए शराबखोरी के वीडियो के बाद, क्षेत्र के पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने सोशल मीडिया पर इस मामले को उठाया और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह पर तंज कसा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “यदि आप विष्णु का और काल्पनिक सीएम दीदी का कुशासन देखना चाहते हैं तो खोंगापानी आ जाइए, जहां शराब दुकान में ही शराब पिलाई जा रही है, और रहवासी परेशान हैं।” कमरो ने यह भी कहा कि क्षेत्र की जनता की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री और विधायक का कोई सरोकार नहीं है।